कांग्रेस पार्टी में बड़ा बदलाव हो सकता है. संभावना है कि अगले साल के शुरुआत में होने जा रहे दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर वापस से पार्टी की कमान संभाल सकते हैं. पार्टी महासचिव के. सी. वेणुगोपा ने कहा है कि देश अब पहले से ज्यादा चाहने लगा है कि राहुल गांधी नेतृत्व की भूमिका में हों.
राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र वायनाड से केसी वेणुगोपाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि देश नाजुक दौर से गुजर रहा है. इसलिए कांग्रेस पार्टी को राहुल गांधी के नेतृत्व की जरूरत है. उन्होंने बताया कि पार्टी के कार्यकर्ता भी उनकी वापसी की मांग करने लगे हैं. हमें उम्मीद है कि वह उनकी बात सुनेंगे.
बता दें कि अगले कुछ महीनों में कांग्रेस का अधिवेशन होने वाला है. इसमें पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की नियुक्ति को मंजूरी प्रदान की जाएगी. उस सम्मेलन में राहुल गांधी की वापसी को लेकर भी आवाजें उठ सकती हैं. पार्टी के युवा नेताओं ने इसकी योजना बनाई है.
राहुल गांधी को प्रोन्नति करने की मांग पहली बार अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के हैदराबाद अधिवेशन में साल 2006 में उठी थी. तब उत्तर प्रदेश के पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनके पक्ष में नारे लगाए थे. इसके बाद साल 2007 में उनको पार्टी का महासचिव बनाया गया. फिर उन्हें पार्टी का उपाध्यक्ष बनाने की मांग 2013 में जयपुर अधिवेशन में उठी.
इसके बाद साल 2017 में राहुल गांधी निर्विरोध कांग्रेस के अध्यक्ष निर्वाचित हुए. हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में उनके नेतृत्व में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के कारण स्वयं उन्होंने जिम्मेदारी लेते हुए अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद उनसे दोबारा विचार करने का बार-बार आग्रह किया गया लेकिन वह नहीं माने. फिर अगस्त में सोनिया गांधी को पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया.