मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में बाढ़ की स्थिति का सघन सर्वेक्षण कर रहे है। वह राहत कार्यों को पूरी क्षमता से संचालित करने का भी निर्देश दे रहे है। इस क्रम में उन्होंने बलिया व गाजीपुर का दौरा किया। इसके पहले उन्होंने हमीरपुर,जालौन,इटावा, औरैया जनपदों का निरीक्षण किया था। काशी यात्रा के दौरान चन्दौली,मीरजापुर तथा भदोही के बाढ़ राहत कार्यों की भी समीक्षा की थी।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश के चौबीस जनपदों के छह सौ से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। राजस्थान मध्य प्रदेश और हरियाणा से अतिरिक्त जल छोड़ा गया। जिससे यमुना चम्बल व बेतवा नदी में अधिक जल का स्तर बढ़ गया है। इससे प्रदेश में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई है।
मुख्यमंत्री ने राहत एवं बचाव कार्यों को प्रभावी ढंग से संचालित करने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी पीड़ित एवं प्रभावित लोगों को राहत सामग्री उपलब्ध करायी जाए। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत निःशुल्क खाद्यान्न वितरण किया जा रहा है।
राज्य सरकार प्रत्येक जनपद में पर्याप्त मात्रा में राहत सामग्री वितरित करा रही है। राहत सामग्री के रूप में हर बाढ़ पीड़ित को दस किग्रा चावल, दस किग्रा आटा, दस किग्राआलू सूखे खाद्यान्न के रूप में भूजा चना, लाई मसाला नमक, मोमबत्ती आदि आवश्यक सामग्री दी जा रही है। केरोसिन ऑयल भी उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।
जहां केरोसिन ऑयल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है,वहां के लिए पेट्रोमैक्स या जेनरेटर के माध्यम से प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं।