प्रयागराज में 24 फरवरी की शाम को हुए उमेश पाल हत्याकांड में हर रोज़ योगी सरकार की नई कार्रवाई सामने आ रही है। इस हत्याकांड के बाद विधानसभा में बोलते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने माफिया को मिट्टी में मिला देने वाली बात कही थी।
तभी से न यूपी पुलिस की छापेमारियां रुक रही हैं और न बुलडोजर। इस मामले में शामिल रहे एक आरोपी अरबाज को पुलिस एनकाउंटर में ढेर कर चुकी है। जबकि पिछले तीन दिनों में बारी-बारी अतीक अहमद के परिवार के पनाहगार, आर्म्स सप्लायर और फाइनेंसर के घरों पर बुलडोजर चल चुका है। पुलिस शनिवार को भी ऐक्शन मोड में है। देखने वाली बात है कि आज के करीबी की बारी है?
माफिया अतीक अहमद का जिले में जो जाल फैला है, उसमें कई आर्थिक मददगार भी हैं। इन्होंने अतीक या उसके परिवार के नाम पर जमीन की खरीद फरोख्त की या फिर किसी अन्य तरीके से उसकी मदद की है। ऐसे लोगों की तलाश के लिए पुरानी सूची निकाल ली गई है। इस सूची में अब तक 12 लोगों के नाम सामने आए हैं। जिन्होंने 20 स्थानों पर कई बीघा जमीन की खरीद फरोख्त की है।
इन्होंने यह संपत्ति कैसे अर्जित की, किसके माध्यम से ली और इसमें अतीक अहमद और उसके परिवार का क्या भूमिका रही है, इसकी जांच की जा रही है। साथ ही इन लोगों की खुद की आर्थिक स्थिति और आय के स्रोत की जांच भी हो रही है। रिपोर्ट के आधार पर जिला प्रशासन ने नजूल अनुभाग, राजस्व अनुभाग व कर अनुभाग से इसका ब्योरा मांगा गया है, जिससे यह मालूम हो सके कि भूमाफिया ने जो संपत्ति खड़ी की है, उसका आधार क्या है।
हालांकि सुबह से अभी तक प्रयागराज विकास प्राधिकरण, प्रयागराज नगर निगम या प्रयागराज पुलिस की ओर से आज के बुलडोजर ऐक्शन के बारे में कोई सूचना नहीं है लेकिन सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने अतीक के तमाम करीबियों की लिस्ट बना रखी है। उनके आर्थिक साम्राज्य पर पुलिस का बुलडोजर अब रुकने वाला नहीं है। पुलिस ने अतीक के अतीक अहमद के आर्थिक मददगारों की कमर तोड़ने की पूरी तैयारी कर रखी है।
जिला प्रशासन ने अब तक अतीक के एक दर्जन करीबियों की 20 संपत्तियां चिह्नित कर ली हैं। इनके दस्तावेज का मिलान कराया जा रहा है। सभी पर बुलडोजर चलाने की तैयारी की जा रही है। इनमें कई ऐसे नाम भी हैं, जिन पर पूर्व में कार्रवाई की जा चुकी है और उन्होंने अवैध तरीके से दोबारा संपत्ति अर्जित कर ली है।