लखनऊ। ऐतिहासिक गुरुद्वारा नाका हिंडोला में श्री गुरू ग्रन्थ साहिब जी के सम्पादक, बाणी के बोहिथ, शहीदों के सरताज सिखों के पांचवें गुरू साहिब श्री गुरू अरजन देव जी महाराज का 416वाँ पावन शहीदी दिवस 02 एवं 03 जून को बड़ी श्रद्धा एवं सत्कार के साथ मनाया जा रहा है।
इस अवसर पर 02 जून को सायं श्री रहिरास साहिब के पाठ से दीवान आरम्भ हुआ उसके उपरान्त रागी जत्था भाई राजिन्दर सिंह ने कीर्तन गायन एवं नाम सिमरन द्वारा संगत को निहाल किया। विशेष रुप से पधारे पंथ प्रसिद्ध प्रचारक ज्ञानी जसविन्दर सिंह अमृतसर वालों ने श्री गुरू अरजन देव जी की जीवन एवं शहादत पर गुरमति विचार व्यक्त किये। रागी जत्था भाई सुखजिन्दर सिंह, हजूरी रागी श्री दरबार साहिब श्री अमृतसर वालों ने “उनां नूँ सभ जगतु करे नमसकार“ शबद कीर्तन गायन कर श्रद्धालुओं को निहाल किया। मंच का संचालन सतपाल सिंह मीत ने किया।
लखनऊ गुरूद्वारा प्रबन्धक कमेटी एवं ऐतिहासिक गुरूद्वारा श्री गुरु नानक देव जी श्री गुरू सिंह सभा, नाका हिन्डोला, लखनऊ के अध्यक्ष सरदार राजेन्द्र सिंह बग्गा ने बताया कि 03 जून को प्रातः 5.00 बजे से 3.00 बजे तक पावन शहीदी दिवस पर दीवान सजेगा। दोपहर 12.00 बजे से गुरु का लंगर वितरित किया जायेगा। समाप्ति के उपरान्त गुरु का लंगर श्रद्धालुओं में वितरित किया।
रिपोर्ट -दयाशंकर चौधरी