नाखून मनुष्यों के हाथ तथा पांव की अंगुलियों के आख़िरी हिस्से के ऊपरी भाग में एक ठोस कवचनुमा आवरण होता है। यह वानरों और कुछ अन्य स्तनपाइयों में भी विद्यमान होता है। अनेक जीवों में नाखून पंजों के समान होता है। यह एक कठोर प्रोटीन कॅराटिन से बना होता है पशुओं के सींग भी इसी पदार्थ के होते हैं।
1. नाखूनों को साफ न रखने से इनमें साल्मोनेला और ईकोलाई जैसे बैक्टीरिया जमा होजाते हैं । नाखून चबाने सेये बॉडी में जा सकते हैं , जिससे बैक्टीरियल इन्फेक्शन का खतरा बढ़ सकता है ।
2. नाखून चबाने से पैरोनिशिया नामक स्किन इंफेक्शन हो सकता है । इसमें नाखूनों के आसपास की स्किन के अंदर बैक्टीरिया चले जाते हैं जिससे उंगलियों में रेडनेस और स्वेलिंग आ जाती है । 3. रोज नाखून चबाने से बॉडी में ह्यूमन पेपिलोमा वायरस ( HPV ) फैलने का खतरा बढ़ जाता है । इसके कारण हाथ , होंठया मुंह में मस्से हो सकते हैं ।
4. नाखून चबाने से इसकी गंदगी दांतों में जमा होने लगती है । इसके कारण दांत कमजोर होने लगते हैं और इनका नेचुरल शेप बिगड़ने लगता है ।
5. नाखून चबाने से नाखून के नीचे मौजूद मैट्रिक्स नामक परत डैमेज होजाती है । इसके कारण नाखून टेदेहोने लगते हैं ।
6. नाखूनों पर आड़ी सफेद लाइनें सामान्य रूप से किडनी की बीमारी,न्यूट्रिशन और प्रोटीन की कमी और लिवर की गड़बड़ी का संकेत है ।