औरैया। 71वां संविधान दिवस पूरे जनपद में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर प्रोटोकॉल के अनुसार अपर जिलाधिकारी रेखा एस चौहान ने कलेक्ट्रेट में अधिकारियों/कर्मचारियों को संविधान की शपथ दिलाई। उन्होंने शपथ दिलाते हुए अधिकारियों/कर्मचारियों का आहवान किया कि हमें भारत के संविधान में दिए गए मूल कर्तव्यों का पालन करना चाहिए। संवैधानिक आदर्शों, संस्थाओं, राष्ट्रध्वज व राष्ट्रीय प्रतीकों का आदर करना चाहिए। देश में संप्रभुता, अखण्डता की रक्षा करनी चाहिए।
इसके साथ ही महिलाओं को सम्मान देने, हिंसा से दूर रहते हुए बंधुता को बढ़ावा देने, सामाजिक संस्कृति का संवर्धन व पर्यावरण का संरक्षण करने तथा वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास, सार्वजनिक सम्पत्ति की रक्षा करने, व्यक्तिगत व सामूहिक गतिविधि में उत्कृष्टता बढ़ाने, सबको शिक्षा के अवसर प्रदान करने एवं स्वतत्रंता आन्दोलन के आदर्शों को बढ़ावा देने का आहवान करते हुए शपथ दिलाई।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी ने कहा कि आजादी मिलते ही देश को चलाने के लिए संविधान बनाने की दिशा में काम शुरू कर दिया गया। इसी कड़ी में 29 अगस्त 1947 को भारतीय संविधान के निर्माण के लिए प्रारूप समिति की स्थापना की गई और इसके अध्यक्ष के रूप में डॉ. भीमराव अंबेडकर को जिम्मेदारी सौंपी गई।
दुनिया भर के तमाम संविधानों को बारीकी से देखने-परखने के बाद डॉ. अंबेडकर ने भारतीय संविधान का मसौदा तैयार कर लिया। 26 नवंबर 1949 को इसे भारतीय संविधान सभा के समक्ष लाया गया। इसी दिन संविधान सभा ने इसे अपना लिया। यही वजह है कि देश में हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर जनपद के सरकारी कार्यालयों, प्राइमरी स्कूलों तथा अन्य कार्यालयों में भी शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन हुआ।कार्यक्रम में न्यायिक अधिकारी, डिप्टी कलेक्टर रमेश यादव, प्रशासनिक अधिकारी छोटेलाल व कलेक्ट्रेट के समस्त अधिकारी व कर्मचारीगण आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट-अनुपमा सेंगर