बीते दिनों ऑस्ट्रेलिया जंगलों में लगी आग से अभी निपटा नहीं गया कि देश पर आफत बन आई है। वहीं ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी तट पर बीते सोमवार यानी 20 जनवरी 2020 को आंधी तूफान व ओलावृष्टि का कहर बरपा। इन दिनों ऑस्ट्रेलिया के जंगलों लगी आग से तबाह हुए जंगल को वापस उसी रूप में आने में लगभग 100 वर्ष का समय लग जाएगा। वहीं, अब आंधी तूफान व ओलावृष्टि से देश में व ज्यादा मुसीबत का माहौल बन गया है।
सूत्रों से मिली जानकरी के अनुसार देश की राजधानी में आए इस तूफान से ऑस्ट्रेलिया की शिखर विज्ञान एजेंसी को भारी नुकसान हुआ। राष्ट्रमंडल वैज्ञानिक व औद्योगिक अनुसंधान संगठन (CSIRO) ने मंगलवार को पुष्टि की कि कैनबरा में उसके 65 ग्लासहाउस, जो सब कृषि अनुसंधान में कार्य आते थे वे सब तूफान से क्षतिग्रस्त हो गए। वहीं यह भी बोला जा रहा यही कि दुर्भाग्य से, इस तूफान में परियोजनाओं में से अधिकतर सभी परियोजनाएं पूरी तरह से समाप्त हो गई है।
आपकी जानकरी के लिए हम आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि राजधानी कैनबरा में सोमवार को जबरदस्त ओलावृष्टि हुई, पेड़ जड़ से उखड़े नजर आए। आपात सेवाओं के अधिकारियों ने लोगों से उनके वाहनों को पेड़ों व बिजली की तारों से दूर, किसी छत्त के नीचे रखने को कहा। वहीं, बताया गया कि अभी भी यह तूफान थमा नहीं है। वहीं यदि इस बात पर भी गौर फ़रमाया गया है मौसम विज्ञान ब्यूरो ने सिडनी सहित न्यू साउथ वेल्स के दक्षिण-पूर्व में लोगों को आने वाले तूफान के लिए तैयार रहने को बोला है।