मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चार वर्षों के दौरान अनेक बार बुन्देलखण्ड की यात्रा पर आए है। उन्होंने जब सत्ता संभाली तब यह क्षेत्र बदहाली से गुजर रहा था। यहां पानी की भीषण समस्या थी। इस कारण लोग पलायन को विवश होते थे। पशुओं को लोग अपना समझ कर पालते थे,लेकिन उनको भी अन्ना छोड़ देने की लाचारी होती थी।
ऐसे में योगी आदित्यनाथ की प्रारंभिक यात्राएं यहां की समस्याओं को दूर करने की कार्य योजना बनाने से संबंधित होती थी। चार वर्षों में यहां अनेक विकास योजनाओं का क्रियान्वयन किया गया। योगी की वर्तमान यात्रा इस बदले माहौल में हुई। विकास कार्यों के सार्थक परिणाम मिलने लगे है। नई योजनाएं लागू हो रही है। लोकार्पण व शिलान्यास की सौगात मिल रही है।
गरीबों व किसानों को लाभ
ललितपुर में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र का विस्तृत भू भाग है,अच्छी मिट्टी है और पर्याप्त मात्रा में प्राकृतिक संसाधन भी उपलब्ध हैं। आजादी के बाद व्यवस्थित रूप से कार्य न किए जाने के कारण यहां से लोगों का पलायन होता रहा। यह जनपद सूखे से पीड़ित रहा है। बण्डई बांध परियोजना के शुभारम्भ के पश्चात जनपद के पांच हजार कृषक सिंचाई की सुविधा प्राप्त कर सकेंगे। साथ ही, यहां के निवासी भी शुद्ध पेयजल प्राप्त करेंगे। हमारे द्वारा ‘हर घर जल योजना’ के तहत बुन्देलखण्ड के प्रत्येक घर में शुद्ध पेयजल पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है। बण्डई बांध परियोजना के माध्यम से भी शुद्ध पेयजल घर-घर तक पहुंचेगा, जिसे पीकर लोग स्वस्थ रहेंगे तथा संक्रामक बीमारियों से भी सुरक्षित रह सकेंगे। नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद देश में एक बड़ा परिवर्तन आया है।
गरीबों को राशन, बिजली,पानी,स्वास्थ्य तथा आवास जैसी सुविधाएं नहीं मिल पाती थी। वर्तमान सरकार द्वारा वर्ष 2022 तक सभी गरीब परिवारों को आवास उपलब्ध करा दिया जाएगा। छूटे हुए गरीब परिवारों को विद्युत कनेक्शन व रसोई गैस कनेक्शन देने का काम तेजी से किया जा रहा है। इसके साथ ही, आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत प्रत्येक गरीब परिवार को पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर दिया जा रहा है। यह सारे काम पहले भी हो सकते थे। लेकिन पिछली सरकारों के एजेण्डे में गांव,गरीब नहीं था।
प्रत्येक न्याय पंचायत गौशाला
कृषि व पशुपालन का समन्वय भारत की परंपरा में रहा है। आज भी यह व्यवस्था किसनों की आय बढ़ाने में सहायक है। सरकार इस दिशा में प्रयास कर रही है। इससे जैविक कृषि को भी बढ़ावा मिलेगा। राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि हर न्याय पंचायत में एक गौशाला उपलब्ध हो। जो किसान निराश्रित गोवंश को रखेगा उन्हें प्रति निराश्रित गोवंश पर नौ सौ रुपये प्रतिमाह दिया जा रहा है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दूध देने वाली गाय कुपोषित परिवारों को उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गयी है। ऐसे परिवारों को भी राज्य सरकार द्वारा नौ सौ रुपये प्रतिमाह प्रति गोवंश उपलब्ध कराया जा रहा है।
विकास कार्यों का सिलसिला
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्तमान केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा बुन्देलखण्ड क्षेत्र का विकास कर इसे नई ऊंचाइयों पर ले जाने का कार्य किया जा रहा है। ललितपुर में विभिन्न प्रकार की विकासपरक परियोजनाओं को धरातल पर उतारा जा रहा है। सड़क मार्ग का चौड़ीकरण,पेयजल तथा स्वास्थ्य सुविधाओं सहित अन्य योजनाओं के माध्यम से ललितपुर वासियों के जीवन को सहज बनाने का काम किया गया है।
मुख्यमंत्री न3 ललितपुर बण्डई बांध परियोजना के लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने बण्डई बांध परियोजना सहित 576.86 करोड़ रुपये की कुल 41 योजनाओं का लोकार्पण तथा 5.21 करोड़ रुपये की धनराशि से निर्मित किए जाने वाले सीवेज एवं सेप्टेज प्रबन्धन एफएसटीपी-21 केएलडी का शिलान्यास किया। लोकार्पित बण्डई बांध परियोजना की स्वीकृत लागत 303.54 करोड़ रुपये है। इस प्रकार मुख्यमंत्री द्वारा जनपद ललितपुर में 582.07 करोड़ रु0 की कुल 42 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया गया। प्रदेश सरकार ने ललितपुर में सड़कों का बेहतर जाल बिछाया है। अब यहां एयरपोर्ट भी बनाने की कार्यवाही की जा रही है। ललितपुर में मेडिकल कॉलेज भी बनाया जा रहा है।