कोरोना को फैलने से रोकने के लिए लॉक डाउन अपरिहार्य है। इसका माखौल बनाने वालों का आचरण अमानवीय है। भारत में जिस प्रकार जनता कर्फ्यू व लॉक डाउन पर अमल हो रहा है, उनके बीच ऐसी कतिपय घटनाएं आपत्तिजनक है। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉक डाउन की सफलता का संकल्प लिया है। उंन्होने देश के लोगों पर विश्वास व्यक्त किया है।
योगी आदित्यनाथ लॉक डाउन की स्थिति में गरीबों को भोजन उपलब्ध कराने का अभियान चला रही है। प्रत्येक जिलों में कम्युनिटी सेंटर चल रहे है। श्रमिकों व निर्बल वर्ग के लोगों को आर्थिक सहायता भी प्रदान की जा रही है। नरेंद्र मोदी भी कोरोना की सफलता हेतु पूरा प्रयास कर रहे है। उन्होने मुख्यमंत्रियों से वीडियो कांफ्रेसिंग वार्ता की। उनका मकसद है कि पूरा देश एकजुट होकर कोरोना का मुकाबला करे। उन्होने सभी से नियमों के अनुपालन का आह्वान किया है। लॉक डाउन, कोरोना टेस्टिंग, कोरोना संदिग्धों का आइसोलेशन व क्वाॅरन्टीन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
दवा,उपकरण इत्यादि की निर्बाध सप्लाई भी सुनिश्चित करनी होगी। अलग कोरोना हाॅस्पिटल स्थापित करना आवश्यक है। योगी आदित्यनाथ ने इस दिशा में पहले ही कारगर कदम उठाये है। मोदी ने जिलास्तर पर क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप्स गठित करने का सुझाव दिया। योगी ने जिला व प्रदेश में कार्य ग्रुप बनाये है। ऐसी कमेटियां प्रभावी ढंग से कार्य कर रही है। योगी इनके साथ संवाद रखते है। इनके कार्यो की निगरानी करते है। आवश्यकतानुसार निर्देश भी देते है। संकट की इस घड़ी में प्रत्येक देशवासी को एकजुट रहते हुए कोरोना का मुकाबला करना है।
PM मोदी ने ठीक कहा कि यह युद्ध से बड़ा संकट है, ऐसे में देश के प्रत्येक नागरिक को स्वयं को बचाने के लिए सभी सावधानियां बरतनी होंगी। सभी देशवासियों से शान्ति,एकता, सद्भावना और कानून व्यवस्था बनाये रखना चाहिए। मोदी को धर्मगुरुओं का भी आह्वान करना पड़ा। धर्मानुयायियों को कोरोना से निपटने के लिए उठाये जा रहे कदमों का पालन करने के लिए समझाना चाहिए। सोशल डिस्टेंसिंग को स्वयं की प्रेरणा पर अमल करना चाहिए। इधर योगी आदित्यनाथ ने कोरोना से निपटने के लिए एक कोष की स्थापना के निर्देश दिया।इसका उपयोग मेडिकल काॅलेजों की क्षमता विस्तार, टेस्टिंग लैब्स की स्थापना, पीपीई किट्स का उत्पादन, वेंटिलेटर्स, ट्रिपल लेयर मास्क, आइसोलेशन तथा क्वाॅरन्टीन वाॅर्डाें की स्थापना व टेलिमेडिसिन सुविधा के लिए किया जाएगा।
CM योगी ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के दौरान उपस्थित अधिकारियों को प्रदेश में वृद्धाश्रम तथा अन्य आश्रय स्थलों का विवरण संकलित करने के निर्देश दिये। योगी ने भी धर्माचार्यों से भूमिका के निर्वाह की अपील की। उन्हें अपने अनुयायियों को लॉक डाउन पर अमल हेतु कहना चाहिए। इसी से समाज का हित होगा। प्रदेश में लाॅकडाउन से प्रभावित नागरिकों की समस्या का त्वरित निस्तारण किया जाएगा।
शेल्टर होम टेण्ट अथवा खुले में न बनाकर किसी भवन में ही बनाया जाएगा। शेल्टर होम्स में भोजन,पेयजल, दवा आदि की पूरी व्यवस्था के साथ ही सुरक्षा भी सुनिश्चित की जाएगी।
प्रत्येक शेल्टर होम में एक इन्चार्ज नियुक्त किया जाएगा। प्रदेश के सभी जनपदों में कम्युनिटी किचन का सफल संचालन किया जा रहा है। जरूरतमन्दों को उचित माध्यम से कुक्ड फूड के पैकेट उपलब्ध कराये जा रहे हैं।
जिलाधिकारियों द्वारा खाद्य पदार्थ की जारी की गयी रेट लिस्ट से कालाबाजारी पर प्रभावी नियंत्रण लगा है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि तबलीगी जमात से सम्बन्धित विदेशियों पर भारत सरकार से प्राप्त निर्देशों के अनुरूप एपिडेमिक एक्ट तथा डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत कार्रवाई की जाए। इन्हें क्वारेन्टाइन भी किया जाए।
रिपोर्ट-डॉ. दिलीप अग्निहोत्री