Breaking News

सूखे बादाम या भीगे बादाम, जानिए गर्मियों में आपके शरीर के लिए क्या रहेगा सही?

बादाम खाने में जितने स्वाद होते हैं ये उतना ही हमारे शरीर को मजबूत भी बनाते हैं. हमारे दिमाग को तेज करने के लिए भी बादाम सबसे अच्छा तरीका है. और अगर आप भारत से ताल्लुक रखते हैं तो आपको कभी ना कभी आपके मां-बाप, दादा-दादी ने रात भर पानी में भिगोया हुआ बादाम आपको जरूर खिलाया होगा. कहा जाता बादाम है की बादाम को इस तरह खाने से दिमाग तेज होता है. इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि भीगे हुए और सुखे बादाम में से कौन से हमारे शरीर के लिए सबसे अच्छे रहते हैं.


भीगे हुए बादाम या कच्चे बादाम?
बहुत जल्द गर्मी दस्तक देने वाली है.ऐसे में कई लोगों लोगों का मानना है कि इस मौसम में कच्चे बादाम नहीं खाने चाहिए. क्योंकि कच्चे बादाम हमारे शरीर में गर्मी पैदा करते हैं जिससे फोड़े, बवासीर और कई तरह की बीमारियां हमारे शरीर को घेर सकती है. अन्य स्थितियां हो सकती हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार गर्मी के मौसम में बादाम को भिगोकर सेवन करना चाहिए क्योंकि पोषक तत्व शरीर द्वारा आसानी से अवशोषित हो जाते हैं. और ये हमारे शरीर में गर्मी पैदा नहीं करते. इसके साथ ही भीगे हुए बादाम हमारे शरीर द्वारा अवशोषित पोषक तत्वों और विटामिन की संख्या को बढ़ाते हैं.

भीगे बादाम खाने के फायदे-
भीगे हुए बादाम खाना शरीर के लिए बहुत लाभदायक है. ऐसा करने से आप बादाम के साथ साथ अखरोट के सभी पोषक तत्व खा रहे होते हैं.क्योंकि बादाम के छिलके में टैनिन होता है, जो पोषक तत्वों के अवशोषण को रोकता है.इसलिए खाने से पहले इसके छिलके को हटा देना चाहिए. इससे इन्हें पचाने में भी आसानी होती है. आप मुट्ठी भर बादाम को एक कटोरी पानी में 6-8 घंटे के लिए भिगो सकते हैं. भूरे रंग के आवरण वाले बादाम अक्सर लंबी उम्र और बढ़ी हुई मस्तिष्क क्षमता से जुड़े होते हैं. इसमें प्रोटीन, विटामिन ई, ओमेगा 3, फाइबर पूरी मात्रा में होते हैं. उनके पौष्टिक गुणों के कारण उन्हें सुपरफूड भी माना जाता है.

कैंसर का खतरा कम करता है-
बादाम में फाइबर की मात्रा भरपूर होती है, जो कोलोन कैंसर के खतरे को कम करता है. नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट द्वारा जारी किए गए एक अध्ययन के अनुसार, उच्च फाइबर खाद्य बृहदान्त्र कैंसर के विकास की संभावना को कम करता है.और बादाम में मौजूद फ्लेवोनोइड्स, फाइटोकेमिकल्स और विटामिन ई स्तन की कैंसर कोशिकाओं की प्रगति को नियंत्रित करते हैं.

कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है-
कैंसर के खतरे को कम करने के साथ साथ बादाम पॉलीअनसेचुरेटेड वसा और मोनोअनसैचुरेटेड वसा का एक बड़ा स्रोत हैं, जो खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं.

About Ankit Singh

Check Also

गर्मियों में कैसे रखें सेहत का ख्याल, क्या करें-क्या नहीं? स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिए सुझाव

देश के ज्यादातर हिस्से इन दिनों भीषण गर्मी-लू की चपेट में हैं। भारत मौसम विज्ञान ...