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पांच वर्ष पूर्व योगी अदित्यनाथ को दशकों पुरानी अनेक समस्याएं विरासत में मिली थी। इनमें पूर्वी उत्तर प्रदेश के जापानी बुखार व बुंदेलखंड में पानी का संकट विशेष रूप से शामिल था। दोनों क्षेत्रों में इन समस्याओं का प्रकोप दशकों पुराना था। इनका समाधान शासन की सामान्य व्यवस्था से संभव नहीं था। इसके लिए शासक की संवेदनशीलता भी आवश्यक थी। ऐसी संवेदना जिससे जापानी बुखार और जल संकट की तबाही समझ में आये। यह अनुभव हो कि इनका समाधान अपरिहार्य है। एक बार लोकसभा में यह विषय उठाते समय योगी आदित्यनाथ की आंखों में आंसू आ गए। यह उनकी संवेदनशीलता था। वह पीड़ित परिवारों के कष्ट का अनुभव करते थे। लेकिन उस समय की केंद्र व प्रदेश सरकारों ने इन समस्याओं के प्रति संवेदनशीलता नहीं दिखाई। योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनते ही इन दोनों समस्याओं के समाधान का संकल्प लिया। केंद्र सरकार के सहयोग से कार्ययोजना बनाई गई। अनेक स्तर पर प्रयास किये गए। इनका सकारात्मक परिणाम हुआ।
पूर्वी उत्तर प्रदेश के जापानी बुखार की समस्या का समाधान हुआ। जल संकट बुंदेलखंड बुंदेलखंड की नियति बन गई थी। अब वहां हर घर जल से नल का सपना साकार हो रहा है। भाजपा सरकार बुंदेलखंड के किसानों व अन्य लोगो की तकलीफ को समझा। बाणसागर परियोजना,अर्जुन सहायक परियोजना, सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना पूरी कराई हैं। बुंदेलखंड के लाखों किसान कई दशकों से केन बेतबा को लिंक करने की मांग करते रहे हैं। वर्तमान सरकार इस सपने को साकार कर रही है। चवालीस हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बुंदेलखंड के खेत खेत तक पानी पहुंचाया जाएगा।
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योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछली सरकारों ने इस क्षेत्र को बीहड़ समझ कर लोगों को उनके भाग्य पर छोड़ दिया था। यहां के लोग दशकों तक बूंद बूंद के लिए परेशान रहे। अब यहां बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे बन रहा है। गरीबों को मकान मिल रहे है। आरओ का पानी हर गांव में हर घर तक पहुंचानें का काम किया जा रहा है। डेढ़ दशक में तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों के मुकाबले योगी पांच वर्ष में उनसे अधिक बार बुंदेलखंड का दौरा कर चुके है। प्रत्येक यात्रा में योगी ने यहां कोई न कोई विकास योजना की सौगात भी दी। पहले दौरे में एक्सप्रेस वे की घोषणा की थी।
यह हजार करोड़ रुपये का एक्सप्रेस वे बुंदेलखंड विकास की रीढ़ बनने वाली है। हर एक जनपद में औद्योगिक क्लस्टर बन रहे है। पांच साल एक दर्जन से अधिक सिंचाई परियोजना के काम को पूरा किया। जब केन बेतवा की नदियां जुड़ेंगी तब यहां पर्यटन के साथ रोजगार भी बढ़ेगा। जिससे बुंदेलखंड को बहुत लाभ होगा। सरकार ने डिफेंस कॉरिडोर बना रही है। इसका लाभ बुंदेलखंड को मिलेगा। सरकार फ्री में वैक्सीन,टेस्ट,इलाज के साथ राशन की डबल डोज देने का काम भी कर रही है।
सरकार ने ललितपुर में मेडिकल कॉलेज के निर्माण का काम शुरू कराया है। जिससे अब यहां के लोगों को बेहतर इलाज और युवाओं को डॉक्टर बनने के अवसर अपने जिले में ही मिलेंगे। पांच वर्ष में एक्सप्रेस वे, हाईवे,मेडिकल कॉलेज से प्रदेश का विकास हुआ है। ललितपुर को एयरपोर्ट की सुविधा जल्द मिलने वाली है। सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को जूते मोजा,सर्दियों में स्वेटर, अच्छी यूनिफार्म मिल रही है। हर घर नल की योजना साकार हो रही है। अर्जुन सहायक परियोजना का काम पूरा हो चुका है। लोग बांधों को भरते हुए देख रहे हैं। जब यह पूरी क्षमता से भर जाएंगे तो बुंदेलखंड की समस्या का समाधान हो जाएगा। योगी ने कहा कि पांच वर्ष पहले जब हमने सत्ता संभाली थी तब बुंदेलखंड में खनन माफिया,भू माफिया और पेशेवर हावी थे। डकैतों की समांतर सत्ता यहां थी। बेटियां और कारोबारी सुरक्षित नहीं थे। हमने इस माहौल को बदला। अब यहां शांति है।
सब तरफ सकून है। इसी प्रकार पूर्वांचल में चार दशकों से जारी स्वास्थ्य व सुविधाओं की बदहाली को दूर करने में योगी आदित्यनाथ ने अनेक कदम उठाए। इसके दृष्टिगत अनेक योजनाओं का क्रियान्वयन किया गया। इसके अलावा गोरखपुर में होने वाले विकास कार्यों का परोक्ष अपरोक्ष लाभ पूर्वांचल के अन्य जनपदों को भी मिलता है। देश और केन्द्र सरकार इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए कार्य कर रही हैं। गोरखपुर में एम्स निर्मित हुआ। इसके समकक्ष ही एक संस्थान वाराणसी में स्थापित किया गया है। इन सभी कार्यों से पूर्वी उत्तर प्रदेश के सभी जनपद लाभान्वित होंगे।