आपाधापी
कोरोना के बढ़ल संक्रमण
केहू नइखे सोचत बा!
आपाधापी पहिले जैसी
सबहिं भीड़ में डोलत बा!दाढ़ी पर मास्क लगल हो
खूब बतलई होबत बा!
दूरी के चिंता अब नाहीं
छिपल कोरोना खोजत बा!केहके केहके समझाई
सबके हिम्मत जागल बा!
कोरोना से भईल मुकाबला
मनई चुनौती देबत बा!©®डॉ. दिलीप अग्निहोत्री
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