लखनऊ। नवयुग कन्या महाविद्यालय (Navyug Girls College) के रसायन विज्ञान विभाग द्वारा आई यूपी एसी के ग्लोबल विमेंस ब्रेकफास्ट पहल के अंतर्गत “विज्ञान में समानता को बढ़ावा” विषय पर अंतरराष्ट्रीय छात्र संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी में 150 से अधिक मौखिक और पोस्टर प्रस्तुतियों को हाइब्रिड मोड में प्रस्तुत किया गया।
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कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन, सरस्वती वंदना, राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्य गीत से हुई। अतिथियों का सत्कार पौध एवं अंगवस्त्र भेंट करके किया गया। संगोष्ठी की संयोजिका डॉ नेहा अग्रवाल ने ग्लोबल विमेंस ब्रेकफास्ट कार्यक्रम के उद्देश्य एवं भावी परिप्रेक्ष्य पर प्रकाश डाला। आई यूपी एसी ग्लोबल वूमेन ब्रेकफास्ट की को कन्वीनर प्रोफेसर मैरी गार्सन ने इस अवसर पर वीडियो के माध्यम से अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की।
मुख्य अतिथि डॉ एसके ओझा, वरिष्ठ वैज्ञानिक एनबीआरआई ने इस अवसर की शोभा बढ़ाई और विज्ञान में समानता पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, विज्ञान में समानता का लक्ष्य हमें मिलकर प्राप्त करना होगा। यह सिर्फ महिलाओं के लिए ही नहीं, बल्कि संपूर्ण मानवता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। मौखिक प्रस्तुति सत्र की अध्यक्षता प्रो रुचि सक्सेना, अध्यक्षा, रसायन विज्ञान विभाग, नारी शिक्षा निकेतन पीजी कॉलेज, लखनऊ ने की।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा, विज्ञान में समानता को बढ़ावा देने के लिए हमें अपने छात्र-छात्राओं को प्रेरित और प्रोत्साहित करना चाहिए। उनके विचार और अनुसंधान ही हमारी प्रगति के आधार हैं। पोस्टर प्रतियोगिता सत्र की अध्यक्षता डॉ रीना सिंह, जेएनएमपीजी कॉलेज, लखनऊ और डॉ नीतू सिंह, महाराजा बिजली पासी कॉलेज ने की।
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प्राचार्या प्रो मंजुला उपाध्याय ने अपने संबोधन में कहा कि “हमारे छात्र-छात्राओं की प्रतिभा और मेहनत ही हमारे समाज की प्रगति की कुंजी हैं। हमें उन्हें अधिक से अधिक अवसर प्रदान करने चाहिए और उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विज्ञान के क्षेत्र में महिलाओं को अधिक से अधिक अवसर मिलने की आवश्यकता है ताकि वह भी अपना विज्ञान के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दे सकें। ऑनलाइन सत्र की अध्यक्षता डॉ मनीषा शुक्ला, एसोसिएट प्रोफेसर लखनऊ विश्विद्यालय ने की और संचालन सुदक्षिणा त्रिवेदी, शोध छात्रा, लखनऊ विश्विद्यालय ने की।
इस कार्यक्रम में केन्या, दक्षिण अफ्रीका, चीन, यूरोप और अमेरिका से प्रतिभागियों ने ऑनलाइन मोड में प्रस्तुति दी। प्रतिभागी छात्र-छात्राओं ने विज्ञान में समानता को बढ़ावा देने के लिए अपने विचार प्रस्तुत किए। यह पहल विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की सहभागिता को बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी।
मौखिक प्रस्तुति में स्वाति मिश्रा तथा रमशा ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और संयुक्त रूप से प्रथम स्थान प्राप्त किया। द्वितीय स्थान महिमा सिंह तथा तृतीय स्थान पर संयुक्त रूप से तनु सारस्वत और अनुकंपा श्रीवास्तव रहीं। पोस्टर प्रस्तुति में जीनत बानो ने अपनी उत्कृष्टता साबित की और प्रथम पुरस्कार जीता। इस प्रतियोगिता में क्रमशः फरहाना सिद्दीकी और प्रज्ञा पटवा ने द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम में महाविद्यालय की समस्त सम्मानित प्रवक्ताएं तथा छात्राएं उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का समापन वंदे मातरम के साथ हुआ। धन्यवाद ज्ञापन डॉ सुनीता सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन बीएससी अंतिम वर्ष की छात्रा श्रीम मिश्रा द्वारा किया गया। कार्यक्रम का सफल आयोजन रसायन विभाग के सम्मानित प्रवक्ताओं, शिक्षणेत्तर सदस्यों तथा राष्ट्रीय सेवा योजना की चतुर्थ इकाई की कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती चंदन मौर्य के सहयोग से पूर्ण हुआ।