रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बिहार में सरकार व विपक्ष की इशारों में ही तुलना की। प्रजातन्त्र में नीति व नेतृत्व का बहुत महत्व होता है। राजग की केंद्र व बिहार सरकार इस कसौटी पर मजबूत है। उसकी नीति में विकास और सुशासन है। यह सरकारें अपने इस दायित्व का निर्वाह बखूबी कर रही है। केंद्र में नरेंद्र मोदी व बिहार में नीतीश कुमार का नेतृत्व है।
नरेंद्र मोदी चौदह वर्षों तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे,छह वर्षो से प्रधानमंत्री है। दो दशकों तक सत्ता में रहने के बाद भी उनका दामन बेदाग है। इसी प्रकार नीतीश कुमार भी दो दशकों तक सत्ता में रहे। पहले वह अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री थे,अब बिहार के मुख्यमंत्री है। उनके ऊपर भी कोई आरोप नहीं है। राजनाथ का यह इशारा राजद कांग्रेस जैसी पार्टियों के लिए था। जिनके बारे में अलग से कुछ कहने की आवश्यकता नहीं है। राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दामन पर भ्रष्टाचार का कोई दाग नहीं है। कोई इस बात पर बहस कर सकता है कि नीतीश कुमार ने पन्द्रह साल के शासन में क्या क्या किया और क्या नहीं कर सके, लेकिन उनकी ईमानदारी पर कोई उंगली नहीं उठा सकता है।
राजनाथ सिंह ने कांग्रेस के पाकिस्तान व चीन संबन्धी बयानों पर भी गम्भीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को समझ लेना होगा कि पीओके कल भी भारत का था, आज भी भारत का है और कल भी भारत का रहेगा। भारत के संसद में यह प्रस्ताव पारित हो चुका है। सीमा पर हम कभी देश का सिर झुकने नहीं देंगे। सीमा पर जिस तरह की हरकत पाकिस्तान करता रहता है, भारतीय सेना अपने शौर्य पराक्रम से उनके हौसले पस्त कर देती है। अनुच्छेद तीन सौ सत्तर की समाप्ति व राम मंदिर का निर्माण केंद्र सरकार की उपलब्धियां है।
उन्होंने कहा कि हम चाहते थे कि देश का बंटवारा हिंदू और मुसलमान के आधार पर नहीं हो लेकिन अंग्रेजों के साजिश के तहत देश की कुछ ताकतों ने इसका बंटवारा करवाया, जिसके बाद हिंदुओं के देश हिंदुस्तान बना और मुसलमानों का देश पाकिस्तान बना। राजग देश की एकता अखंडता का पूरा सम्मान करती है। इसलिए राष्ट्रीय हितों के प्रतिकूल बयानों व आचरण की घोर भर्त्सना करती है।
डॉ. दिलीप अग्निहोत्री