बिधूना। कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी एक वृद्ध व्यक्ति ने खराब आर्थिक स्थिति और बीमारी से परेशान होकर सोमवार की सुबह अपने ही खेत में खड़े नीम के पेड़ से रस्सी के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
जानकारी के अनुसार क्षेत्र के गांव कल्यानपुर जागू निवासी राजेश्वर दयाल दिवाकर (68) पुत्र जयलाल नित्य की भांति सोमवार की सुबह करीब 4:30 बजे घर से खेतों के लिए निकलते थे। जहां पर आज उन्होंने अपने ही खेत में खड़े नीम के पेड़ से रस्सी के फंदे के सहारे लटककर आत्महत्या कर ली। ग्रामीण जब वहां से निकले और राजेश्वर को पेड़ से लटका देखा तो उन्होंने इसकी जानकारी परिजनों व पुलिस को दी। घटना की जानकारी होते ही परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को पेड़ से नीचे उतारवाया। जिसके बाद पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
वृद्ध बीमारी से रहते था परेशान – मृतक के पुत्र बृजेश कुमार ने बताया कि उसके पिता सांस व मानसिक बीमारी के चलते परेशान रहते थे। पैसा था नहीं, वह कहते थे किसी को परेशान नहीं करना चाहता। बताया कि रात्रि में खेत से घर आये थे और सुबह फिर घर से चले गये थे। करीब सात बजे उसके चाचा जागेश्वर दयाल ने आकर बताया कि पिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। कहा कि उसने पुलिस को सूचना दे दी है।
पुलिस को दी तहरीर में किसी पर शक नहीं – मृतक के पुत्र बृजेश ने पुलिस को दी तहरीर में कहा कि उसके 70 वर्षीय पिता ने अपने खेत में नीम के पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। उन्होंने सांस एवं मानसिक बीमारी के चलते परेशान होकर आत्महत्या कर ली है। उसे व उसके परिजनों को किसी पर कोई शक नहीं है।
पत्नी गयीं थीं रिश्तेदारी में – परिजनों ने बताया कि मृतक की पत्नी शांति देवी चार दिन पहले रिश्तेदारी में शादी समारोह में शामिल होने गयीं थीं। घटना की जानकारी होते ही वह वापस आ गयीं। उनके आते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
तीन बेटे व दो बेटियां – मृतक व्यक्ति के तीन बेटे बृजेश, बृजेन्द्र व मुकेश एवं दो बेटियां पप्पी व बबली हैं। सभी की शादी हो चुकी है। पिता की मौत की जानकारी होते ही दोनों बेटियां गांव पहुंच गयी हैं। बृजेन्द्र व मुकेश दिल्ली रहकर प्राइवेट नौकरी करते हैं। जिन्हें भी घटना की जानकारी दे गयी है।
रिपोर्ट-राहुल तिवारी