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पाकिस्तान में है मसूद अजहर!

पुलवामा हमले की जिम्मेदारी लेने वाले आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद के बारे में पंकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने कहा है कि Masood Azhar पाकिस्तान में नहीं है। हालांकि कुछ ही दिन पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी स्वीकार कर चुके हैं कि आतंकवादी संगठन का प्रमुख यहीं पर है।

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 जवान

14 फरवरी को पाकिस्तान स्थित जैश के इस आत्मघाती हमले में भारत के पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 जवान शहीद हो गए थे। इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के महानिदेशक मेजर जनरल आसिफ गफूर से सवाल किया गया था कि क्या पुलवामा हमले के बाद दोनों देश युद्ध के कगार पर खड़े हैं? उन्होंने एक न्यूज़ एजेंसी से बातचीत में कहा,मैं कहूंगा कि युद्ध के करीब थे क्योंकि भारत हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया था, जिसका हमने जवाब दिया। नियंत्रण रेखा (LoC) पर हम आमने सामने थे।

भारतीय वायुसेना ने एयर स्ट्राइक कर आतंकवाद रोधी अभियान

आसिफ गफूर ने एलओसी पर स्थिति के बारे में किए गए सवाल पर कहा कि सैनिकों की संख्या बढ़ाई गई है ‘क्योंकि सैन्य योजना के तहत यह स्वाभाविक है। जब हालात गर्मा जाते हैं तो सुरक्षा उपाय करने पड़ते हैं। ये सुरक्षा उपाय दोनों ओर हैं। मालूम हो पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने एयर स्ट्राइक कर आतंकवाद रोधी अभियान चलाया था और 26 फरवरी को पाकिस्तान के भीतरी इलाके बालाकोट में जैश के प्रशिक्षिण शिविर को निशाना बनाया था। उसके अगले दिन, पाकिस्तान वायुसेना ने जवाबी कार्रवाई की और भारत के एक मिग 21 को गिरा दिया तथा इसके पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को हिरासत में ले लिया। पाक ने बीते शुक्रवार को विंग कमांडर को भारत को सौंप दिया था।

हम किसी के दबाव में कुछ नहीं कर रहे -आसिफ गफूर

बालाकोट हवाई हमले पर भारत के दावे के बारे में पूछे जाने पर गफूर ने कहा कि वहां एक ईंट तक नहीं मिली है और न ही कोई हताहत हुआ है। भारत का दावा झूठा है। उन्होंने यह भी कहा कि जैश ने पुलवामा हमले की जो जिम्मेदारी ली है,वह पाकिस्तान के भीतर से नहीं की गई है। जैश ए मोहम्मद का पाकिस्तान में कोई अस्तित्व नहीं है। संयुक्त राष्ट्र और पाकिस्तान ने भी उस पर रोक लगा रखी है और दूसरी बात यह कि हम किसी के दबाव में कुछ नहीं कर रहे हैं।

भारत पर निर्भर कि वह इस शांति पहल को स्वीकार करे

पिछले महीने कुरैशी ने एक न्यूज़ एजेंसी को दिए गए इंटरव्यू में कहा था कि जैश प्रमुख मसूद अजहर पाकिस्तान में है लेकिन सरकार उसके खिलाफ तभी कार्रवाई कर सकती है,जब भारत सरकार उसके खिलाफ ठोस सबूत मुहैया कराए। गफूर ने कहा कि पाकिस्तान पर दोष लगाने के बजाय दुनिया ऐसे संगठनों से छुटकारा पाने के लिए पाकिस्तान की मदद करे। पाकिस्तान द्वारा शांति के सद्भावना संकेत के तौर पर अभिनंदन को रिहा करने के बारे में पूछे जाने पर मेजर जनरल गफूर ने कहा कि अब यह भारत पर निर्भर करता है कि वह इस शांति पहल को स्वीकार करे और दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने के लिए आगे आए या अपने एजेंडे को जारी रखे। (एजेंसी)

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