राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने सुपोषण अभियान से ना केवल जुड़ी हुई है,बल्कि वह इसके लिए लोगों को जागरूक भी करती है। विशेष रूप में वह महिलाओं व शिशुओं के सुपोषण पर ध्यान देने की अपील करती है। राज्यपाल स्वयं भी ऐसे कार्यक्रमों में सहभागिता करती है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने जन आन्दोलन व जन भागीदारी से देश से कुपोषण मिटाने के लिए पोषण अभियान प्रारम्भ किया है।
प्रतिवर्ष एक से सात सितम्बर तक पोषण सप्ताह तथा एक से तीन सितम्बर तक पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य है कि लोग संतुलित आहार के प्रति जागरूक हों। उन्होंने जननी महिलाओं के लिए प्रदेश सरकार द्वारा गोद भराई जैसे कार्यक्रमों का प्रारम्भ करके उन्हे उचित पोषण से जोड़ने को सराहनीय बताया। आनंदीबेन पटेल ने जनपद कासगंज के बहादुर नगर स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र में पोषण सप्ताह कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने वहां धात्री एवं गर्भवती माताओं की गोद भराई तथा शिशुओं का अनुप्राशन किया।
आंगनबाड़ी केन्द्र पर उन्होंने आवश्यक सामग्री का वितरण भी किया। उन्हों कहा कि आंगनबाड़ी गांव के समस्त स्वास्थ्य कार्यक्रमों से जुड़ी रहती है इसलिए उसे गाँव में गर्भवती और धात्री महिलाओं को उचित पोषण के प्रति जागरूक करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जन्म से छह वर्ष तक के बच्चों,गर्भवती महिलाओं और किशोरी बालिकाओं में कुपोषण कम करने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। बालिकाओं को सम्पूर्ण पोषण मिलना चाहिए जिससे वे स्वयं भी स्वस्थ रह सकें और भविष्य में स्वस्थ बच्चों को जन्म देने में समर्थ हो सकें।
राज्यपाल ने जनपद में लहरा रोड सोरो स्थित कुष्ठ आश्रम जाकर आवासित रोगियों का हाल चाल लिया। आश्रम में रोगियों के लिये एलईडी सोलर लाइट,चादर, कम्बल एवं फल वितरित किये। राज्यपाल ने कलेक्ट्रेट परिसर में किसानों,शिक्षा तथा जनपद के क्षय रोग ग्रस्त बच्चों की समीक्षा की। उन्होंने कलेक्ट्रेट परिसर में लगायी गयी एक जनपद एक उत्पाद योजना के तहत जनपद कासगंज में निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा लाभार्थियों को टूल किट वितरित किये।
इसके अलावा आनंदीबेन पटेल ने तहसील जलेसर स्थित सावित्री ट्रेडर्स में पीतल के घंटे और घुंघरू के निर्माण उद्योग का निरीक्षण किया। उन्होंने एटा में काशिमपुर के ग्राम प्रधान व प्रगतिशील किसान कायम सिंह के फार्म का अवलोकन भी किया तथा कृषि क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों की जानकारी ली। उन्होने करहाला काशिमपुर स्थित आगंनबाड़ी केन्द्र जाकर पोषण कार्यक्रमों की जानकारी ली।