लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज संगठनात्मक गतिविधियों को बल देते हुए पार्टी के प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं से समाजवादी पार्टी के नम्बर पर व्हाट्स ऐप काल पर सम्पर्क किया। उन्होंने कोरोना संकट के समय राहत कार्य, श्रमिकों तथा किसानों की समस्याओं पर भी जानकारी हासिल की। वीडियों कालिंग का यह क्रम बूथस्तर तक आगे भी जारी रहेगा। इस अवसर पर पूर्व विधानसभाध्यक्ष श्री माता प्रसाद पाण्डेय, पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल तथा एसआरएस यादव एमएलसी ने भी सहयोग किया।
अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के संवाद-सम्पर्क कार्यक्रम के तहत राबर्ट्सगंज में उन्होंने पूर्व विधायक अविनाश कुशवाहा से वार्ता की। श्री कुशवाहा ने क्षेत्र में श्रमिकों के लिए किए गए राहत कार्यों का ब्यौरा दिया। आजमगढ़ में नफीस अहमद, विधायक से भी उनकी वार्ता हुई। कानपुर में डाॅ. इमरान से वार्ता की और पार्टी के कार्यकलापों की जानकारी ली। श्री यादव ने सुल्तानपुर में राजमणि यादव और महोबा में योगेन्द्र योगी से भी बात की। श्री यादव ने सिद्धार्थनगर के बढ़पुर गांव में, जो नेपाल सीमा पर स्थित है, राम जायसवाल, सुनील और जंग बहादुर से सम्पर्क कर स्थानीय समस्याओं और पार्टी के कामकाज की जानकारी हासिल की।
अखिलेश यादव ने कहा कि कोरोना संकट के समय पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा प्रवासी मजदूरों और मजबूरों की मदद में समाजवादियों ने अग्रणी भूमिका निभाई है। वहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि तमिलनाडु के कांचीपुरम में संतकबीरनगर के 14 श्रमिक फंसे हुए थे। उनमें से एक मृत्युंजय कुमार ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मदद मांगी। उन्होंने बताया कि उन्हें घर जाने के लिए न तो ट्रेन की सुविधा मिली और नहीं उनके खाने पीने की व्यवस्था थी। अखिलेश यादव ने उनकी परेशानी का संज्ञान लेकर तुरन्त बस की व्यवस्था की।
1 जून 2020 को कांचीपुरम से चले श्रमिक जब लखनऊ 3 जून को पहुंचे तो शहीद पथ पर उनका स्वागत उदयवीर सिंह एवं सुनील यादव एमएलसी तथा यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष अनीस राजा ने किया। उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष की ओर से राशन, आर्थिक मदद देने के अलावा भोजन की व्यवस्था की। तमिलनाडु से आए श्रमिकों ने अखिलेश यादव का बहुत धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया। और कहा कि वे संकट के समय उनकी मदद को जीवन भर नहीं भूलेंगे। बुरे वक्त में अखिलेश यादव ने भगवान की तरह उनकी मदद की यह स्मरणीय है, श्री यादव ने लगभग 50 मृतक श्रमिकों को 1-1 लाख रूपए की मदद की। गर्भवती एक महिला के सड़क पर प्रसव पर भी उन्होंने तत्काल मदद पहुंचाई। समाजवादी पार्टी ने सरकार से सभी मृतक श्रमिकों के आश्रितों को 10-10 लाख रूपए मदद की मांग की है।