ऊंचाहार(रायबरेली)। क्षेत्र के Gokana Ganga Ghat गोकना गंगा घाट के पास बड़ी संख्या मे कछुओ के कंकाल मिलने की घटना सामने आयी है। गंगा नदी में इनका शिकार करके कंकाल को गंगा तट के किनारे फेंक दिया गया है।
Gokana Ganga Ghat : पहले भी आये हैं मामले
गोकना गाँव के लोग जब सोकर उठे और गोकर्ण ऋषि के आश्रम की ओर गए तो आश्रम के पास गंगा तट पर बड़ी संख्या मे कछुओ के कंकाल पड़े हुए थे। कंकाल देखने के बाद ग्रामीणो मे हड़कंप मच गया।
बता दें, इन कछुओ का गंगा नदी मे शिकार कर सभी कछुओ का मांस निकाला गया है। शिकारियो ने जिस तरह से घटना को बड़े आराम से अंजाम दिया है , उससे प्रतीत होता है कि उनको किसी प्रकार का भय नहीं था। यही नहीं इसी प्रकार से तीन माह पहले क्षेत्र के कल्याणी गंगा घाट पर भी बड़े पैमाने पर कछुओ के कंकाल पाये गए थे। जिसके बाद सक्रिय हुई पुलिस ने करीब 6 कुंतल कछुओ को शिकारियो के चंगुल से बचाया था। जबकि शिकारी पुलिस को चकमा देकर भाग गए थे।
दो महीना पहले डाल्फिन का कंकाल
गंगा नदी मे काफी समय से अवैध रूप से शिकार होता रहा है। दो महीना पहले गोकना गंगा घाट के पास से ही जली हुई डाल्फिन मछली का भी कंकाल मिला था। गंगा नदी मे प्रतिबंधित जलीय जन्तुओ का शिकार फिर शुरू हो गया है।
इस संबंध मे उपजिलाधिकारी राजेश त्रिपाठी का कहना है कि गंगा नदी मे अवैध शिकार को रोकने के लिए नए सिरे से पुलिस व राजस्व की टीम को सजग किया जाएगा।
रत्नेश मिश्रा