देश की राजधानी दिल्ली में निर्भया के साथ हुए गैंगरेप के दोषियों को कब सूली पर लटकाया जाएगा, इसका इंतजार सभी लोगों को था। अब सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इसी महीने की 16 तारीख को दोषियों को फांसी हो सकती है। इसके साथ ही जिस जगह फांसी दी जानी है वहां की साफ-सफाई भी शुरु हो गई है।
बता दें कि एक दोषी विनय शर्मा की तरफ से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास दाखिल की गई दया याचिका को गृह मंत्रालय ने नामंजूर करने की सिफारिश की है। गौरतलब है कि हैदराबाद की डॉक्टर बिटिया के साथ गैंगरेप और फिर जलाकर हत्या का मामला सामने आने के बाद निर्भया के दोषियों को फांसी देने की मांग ने जोर पकड़ ली है। इस बीच, खबर है कि मामले के दोषी पवन को मंडोली जेल से तिहाड़ शिफ्ट किया गया है।
बता दें कि निर्भया गैंगरेप मामले में में छह दोषियों में से एक की जेल में ही मौत हो चुकी है, जबकि एक नाबालिग दोषी सजा काटकर जेल से बाहर आ चुका है। बचे चार दोषियों की दया याचिका राष्ट्रपति के पास लंबित है। इस वजह से उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई नहीं की जा सकी है।
उम्मीद है कि गृह मंत्रालय की सिफारिश के बाद राष्ट्रपति जल्द ही दया याचिका पर फैसला लेंगे। ऐसे में अगर निर्भया कांड के गुनहगारों को फांसी हुई तो माना जा रहा है कि मेरठ के पवन जल्लाद को ही इसकी जिम्मेदारी दी जाएगी। हालांकि, अभी तक आधिकारिक तौर पर पवन से इसके लिए संपर्क नहीं किया गया है।