लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने उत्तर प्रदेश में अभूतपूर्व राजैनतिक संकट के चलते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा सरकार से इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के राजनैतिक इतिहास में यह पहली घटना है कि सत्ता पार्टी के आधे से ज्यादा विधायक अपनी ही सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठकर विद्रोह की स्थिति में आ गये हैं। ऐसे में सरकार को एक मिनट भी सत्ता में रहने का अधिकार नहीं रह जाता है।
श्री दुबे ने कहा कि सत्ता पक्ष के विधायकों के धरने पर बैठने से भारतीय जनता पार्टी का दोहरा चरित्र उजागर हो गया है और उनका विकास का नारा कितना सही है यह भी प्रदेश की जनता देख रही है। जिस सरकार के विधायक ही असंतुष्ट हो उस प्रदेश की जनता का भला कहां से सम्भव है। सरकार और अफसरों की तानाशाही के चलते जहां सत्ता पार्टी के विधायक धरने पर बैठने को मजबूर हैं उस राज्य में पानी, बिजली सडक, सिचाई और रोजी रोटी तथा चिकित्सा आदि समस्याओं का क्या हाल होगा यह भी सामने आ गया है।
श्री दुबे ने कहा कि आज बिजनौर की सीजेएम अदालत में दिनदहाड़े हुयी हत्या से यह स्पष्ट हो गया है कि सरकार कानून व्यवस्था पर अपना नियंत्रण पूरी तरीके से खो चुकी है। इस घटना ने यह साबित कर दिया कि प्रदेश सरकार का अपराधियों पर कितना नियंत्रण है। प्रदेश में महिलाओं के साथ हत्या और बलात्कार की धटनाएं रूकने का नाम ही नहीं ले रही हैं और अब तो न्यायालय भी सुरक्षित नहीं रह गये हैं। जिस प्रदेश में न्यायाधीश को जान बचाकर भागना पड़ रहा हो वहां आम नागरिक की सुरक्षा की बात का कोई औचित्य ही नहीं रह जाता।