लखनऊ। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के इन्नोवेशन हब और तकनीकी शिक्षा विभाग एवं आईटी एंड इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग स्टार्ट इन यूपी के साथ मिलकर उद्यमिता एवं नवाचार में कार्यक्षमता बढ़ाने पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम बुधवार से शुरू हुआ।
कुलपति प्रोफेसर प्रदीप कुमार मिश्र के निर्देशन में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान नवाचार एवं उद्यमिता को बढ़ाने उसके कॉमर्सलाइजेशन पर विशेषज्ञ चर्चा करेंगे।
इस कार्यशाला में प्रदेश से करीब 25 इनक्यूबेशन मैनेजर हिस्सा लिया है। प्रशिक्षण के पहले दिन सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज के निदेशक प्रोफेसर एमके दत्ता ने कहा कि लोगों को शोध से अलग नवाचार चाहिए।
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हमारा काम है कि हम नए आइडिया को लेकर उसके कॉमर्स लाइजेशन में सहयोग करें। जिससे कि पर नवाचार समाज के काम आ सके और कंपनी को भी अवसर मिल सके।
मुंबई की जानी-मानी प्रशिक्षक डॉक्टर रेखा शर्मा ने उद्यमिता और टीम बिल्डिंग बारे में बताया। उन्होंने बिजनेस इनक्यूबेटर मॉडल के बारे में समझाया। कहां की इनक्यूबेटर मॉडल को वित्तीय सहायता उसकी निगरानी और उसका मूल्यांकन बेहद जरूरी है।
इनक्यूबेटर मैनेजर संसाधनों का प्रयोग करके इनक्यूबेटर को नई पीढ़ी के उद्यमिता में तब्दील कर सकते हैं। इस मौके पर डॉ अनुज शर्मा, महीप सिंह, वंदना शर्मा, रितेश सक्सेना सहित अन्य लोग मौजूद थे।