7 दिसंबर 1949 से हर वर्ष सशास्त्र सेना ‘झंडा दिवस’ देश की सुरक्षा करने वाले और देश की खातिर शहीद हुए सैनिकों के परिवार के लोगों के कल्याण के लिए मनाया जाता है।
देश की खातिर जान कुर्बान करने वाले शहीदों ऋण कोई नहीं चुका सकता। भारतीय सेना मात्र नापाक पड़ोसियों से ही देश की सुरक्षा नहीं करती, बल्कि जब कहीं कोई प्राकृतिक आपदा आती है या देश के अंदर बैठे शरारती तत्व देश का माहौल खराब करने की कोशिश करते हैं, तब भी सेना सुरक्षा कवच बनती है और अपने शौर्य और पराक्रम से उस समस्या का कम समय में शांतिपूर्ण निदान जनता को देती है।
ना कपकपाती ठंड की परवाह और ना आग बरसती गर्मी की परवाह, बस देश की सुरक्षा इनका मकसद है। यह है हमारे देश के बहादुर सैनिक जिनकी वीरता और पराक्रम के कहानियां पूरी दुनिया में आज भी प्रेरणा का स्रोत है।