साहित्य में नित्य सृजन कर अपनी कहानी, कविता, गीत, गजल और लेखों के जरिए शब्दो की बाजीगरी के साथ अपनी मीठी आवाज में प्रस्तुती देकर आशुतोष कुमार ने सभी को अपनी ओर आकर्षित किया है। उनके पैतृक निवास, गाँव- किशुनपुर, प्रखण्ड-पाटन, जिला-पलामू में उनके साहित्य समाचार लोग पढ़कर सुनकर और उनकी उपलब्धियों पर हर्ष अनुभव कर रहे हैं।जिसकी सूचना लगातार दूरभाष पर प्राप्त होती रहती है।
श्री कुमार ने बताया कि पिछले सप्ताह उन्हें चार सम्मान-पत्र मिले। दिल्ली की पंजीकृत संस्था साहित्य संगम संस्था द्वारा आयोजित ऑनलाइन काव्य सम्मेलन में जन्माष्टमी एवं स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर संस्थान के उत्तर प्रदेश तथा मध्यप्रदेश इकाई द्वारा आयोजित समारोहों में भव्य प्रस्तुती दी, फलस्वरूप “काव्य गौरव” “गौरव भारत सम्मान” “समीक्षाधीश सम्मान ” तथा कृष्ण अनुरागी सम्मान से सम्मानित किया गया।
उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए संस्थान को बधाई दी तथा बताया है कि अब तक 2020 में वे 130 सम्मान प्राप्त कर चुके हैं जो विभिन्न मंचो द्वारा प्राप्त हुए है। कोरोना लाॅकडाउन में डिजिटल नेटवर्क का बढ़ता क्रेज ने बढ़ते भारत लिखते भारत का यह विस्तृत रूप लेखकों को उभारने में महती भूमिका निभा रही हैं। जिसको और बढ़ाने और सुरक्षित करने की जरूरत है।