India and Mongolia के बीच संबंधों को मजबूत बनाने, व्यापार और निवेश को बढ़ाने के लिए भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगोलिया का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने बुनियादी ढांचे के विकास, ऊर्जा, सेवाओं और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) जैसे क्षेत्रों में आर्थिक सहयोग पर चर्चा की। इसके अलावा दोनों देशों ने नई दिल्ली से मंगोलिया की राजधानी उलानबातर तक सीधी हवाई सेवा शुरू करने की संभावनाएं तलाशने पर भी सहमति जताई।
India and Mongolia की छठी संयुक्त समिति बैठक
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने छठी भारत-मंगोलिया संयुक्त समिति की बैठक में हिस्सा लिया। जिसके बाद अपने मंगोलियाई समकक्ष डी तोगतबातर के साथ संयुक्त मीडिया सम्मेलन में कहा कि दोनों देश साझा हित के सभी क्षेत्रों में सहयोग की खातिर नए क्षेत्रों की पहचान करने और द्विपक्षीय सहयोग एवं निवेश बढ़ाने पर सहमत हुए हैं।
शांति एवं समृद्धि लाने के लिए मंगोलिया का सामाजिक और आर्थिक विकास जरूरी
स्वराज ने कहा कि भारत, मंगोलिया को पूर्वी एशिया में स्थिरता लाने वाले कारक के रूप में देख रहा है और उसका मानना है कि इस क्षेत्र में शांति और समृद्धि लाने के लिए मंगोलिया का सामाजिक एवं आर्थिक विकास महत्वपूर्ण है। संयुक्त समिति की बैठक के दौरान दोनों देशों ने वैश्विक चुनौतियों खासकर आतंकवाद से निपटने पर चर्चा की। आंतकी संगठनों को समर्थन देने वालों को रोकने के लिए द्विपक्षीय एवं अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर सहमति जताई है।
छह दशक पुरानी है भारत मंगोलिया संबंध
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत और मंगोलिया की साझेदारी छह दशक पुरानी है। इसके दोनों देशों के बीच पिछले समय से लगातर द्विपक्षीय संबंध मजबूत हुए हैं। यह हमारी व्यापक एवं गहन रणनीतिक भागीदारी में दिखाई देता है। उन्होंने कहा कि 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऐतिहासिक यात्रा ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाया है। दोनों देश व्यापार, पर्यटन एवं लोगों के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए सांस्थानिक और तार्किक बाधाओं को दूर करने के लिए राजी हुए हैं। इस संबंध में दोनों देशों की राजधानियों के बीच सीधी हवाई सेवा शुरू करने की संभावनाएं तलाशने पर पर सहमति बनी है। दोनों देशों के बीच कुल व्यापार 2016 में 2.56 करोड़ डॉलर रहा था। जिसे बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है।