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ठंडे तलवे-पीले नाखून, पैरों के ये 6 लक्षण हो सकते हैं बीमारी का संकेत

पैर आपके शरीर में बीमारियों के गढ़ को उजागर कर सकते हैं. जूते और मोजे पहनने की वजह से हम पैरों पर सबसे कम ध्यान देते हैं, लेकिन इनकी कुछ खास बातें आपको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. पैरो में दिखने वाले साधारण से लक्षण किसी बीमारी का संकेत भी हो सकत हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में.


फटी एड़ियां- आमतौर पर फटी एड़ियां बाम या क्रीम से ठीक हो जाती हैं. ऑस्ट्रेलिया के फुटकेयर ब्रांड फ्लेक्सिटोल के एक्सपर्ट ने ‘द सन’ वेबसाइट को बताया कि आमतौर पर लोग फटी एड़ियों को नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन अगर इनका इलाज नहीं किया गया तो दर्द बहुत बढ़ सकता है. कुछ मामलों में एड़ियां इतनी अंदर से फट जाती हैं कि इनमें से खून आने लगता है.

एक्सपर्ट का कहना है कि पैरों का जमीन से सीधा संपर्क रहता है. जमीन पर नंगे पांव चलने या फिर पैरों के पसीने से बैक्टीरिया आसानी से फटी एड़ियों में चले जाते हैं, जिसकी वजह से इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. पहले से किसी बीमारी खासतौर से डायबिटीज वाले लोगों में स्किन की बीमारी या इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है.

फुट कॉर्न– फुट कॉर्न को गोखरू भी कहते हैं. ये एक गांठ की तरह होता है. ये आमतौर पर बहुत टाइट जूते पहनने की वजह से हो जाते हैं. पोडियाट्रिस्ट डॉक्टर दीना गोहिल ने मेलऑनलाइन को बताया कि गोखरू का सबसे आम कारण आनुवांशिकी होता है. उन्होंने बताया कि ये गठिया या किसी चोट की वजह से भी हो सकता है. उन्होंने इससे बचने के लिए ऐसे जूते पहनने की सलाह दी है, जिनमें पैरों को पर्याप्त जगह मिल सके, इसके अलावा पैरों की एक्सरसाइज करते रहें.

कॉलस– गोखरू की तरह कॉलस भी बहुत फिटिंग के जूते पहनने से होता है. इसके अलावा ये हड्डियों में रगड़, मोटापे और डायबिटीज से भी जुड़ा हो सकता है. ये नुकसानदायक तो नहीं होते है, लेकिन इसकी वजह से स्किन में बहुत खुजली होती है. डॉक्टर गोहिल का कहना है कि कॉलस शरीर में असंतुलन और मिसलिग्न्मेंट की वजह से भी हो सकते हैं. इसकी वजह से पीठ के निचले हिस्से, घुटनों और एड़ियों में दर्द भी हो सकता है.

ठंडे तलवे– कई लोगों के पैरों के तलवे अक्सर ठंडे रहते हैं. हालांकि किसी गर्म कपड़े से कवर करने या मोजे पहनकर तलवों को नॉर्मल किया जा सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ठंडे तलवे रहना रेनॉड रोग का एक लक्षण हो सकता है. यह एक ऐसी बीमारी है जो बल्ड सर्कुलेशन पर असर डालती है.

पैरों में सूजन– आमतौर पर पैरों की सूजन अपने आप ठीक हो जाती है, लेकिन अगर ये खुद ठीक नहीं होती तो ये एडिमा हो सकता है. आपको इसे डॉक्टर को दिखाना चाहिए. एडिमा में पैरों में फ्लूइड ज्यादा बढ़ने की वजह सूजन आ जाती है. चोट लगने, किसी कीड़े के काटने, किडनी, लिवर या दिल की बीमारी, ब्लड क्लॉट या इंफेक्शन की वजह से भी एडिमा हो सकता है.

पीले नाखून– अगर आपके पैर के नाखून पीले हो रहे हैं तो ये फंगल इंफेक्शन का लक्षण हो सकता है. कुछ लोगों में ये ज्यादा नेलपेंट लगाने की वजह से भी हो सकता है लेकिन गहरा पीला रंग फंगल इंफेक्शन का संकेत हो सकता है. इस स्थिति में नाखून टूटने लगते हैं, इनका आकार बदलने लगता है और इसमें बहुत दर्द होता है. गंभीर स्थिति में इन नाखून के इंफेक्शन से स्किन कैंसर भी हो सकता है. इसलिए इसे नजरअंदाज बिल्कुल भी ना करें.

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