सरकार और कॉरपोरेट सिस्टम की देखरेख करने वाली टॉप-एंड साइबर सिक्योरिटी फर्म FireEye खुद हैकिंग का शिकार हो गई. कंपनी ने मंगलवार को खुद इस बात की सूचना दी है. कंपनी ने बताया कि अटैकर्स ने FireEye के असेसमेंट टूल को टारगेट करके उन्हें चुरा लिया है, जिसका इस्तेमाल कंपनी कस्टमर की सिक्योरिटी को टेस्ट करने के लिए करती थी. कंपनी का मानना है कि इसे शीर्ष स्तरीय आक्रामक क्षमताओं वाले राष्ट्र द्वारा अंजाम दिया गया है.
FireEye के CEO केविन मैंडिया ने अपने ब्लॉग पोस्ट में कहा कि ये अटैक उन दसियों हज़ारों घटनाओं से अलग है, जिन्हें हमने पूरे साल देखा है. उन्होंने कहा कि हैकर्स ने विशेष रूप से FireEye को टारगेट और उसे अटैक करने के लिए अपनी विश्व-स्तरीय क्षमताओं का इस्तेमाल किया है.
इन्हें खासतौर पर ऑपेरेशनल सिक्योरिटी में ट्रेनिंग दी जाती है और अनुशासन और ध्यान केंद्रित किया जाता है. उन्होंने गुप्त तरीके से सुरक्षा उपकरणों और फोरेंसिक परीक्षा का मुकाबला करने वाले तरीकों का इस्तेमाल किया. उन्होंने ऐसे कॉमबिनेशन का इस्तेमाल किया है, जिसे हमने और हमारे पार्टनर्स ने कभी नहीं देखा था. हमलावरों ने FireEye की ‘Red Team’ द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले टूल्स को सफलतापूर्वक हासिल कर लिया.
जानकारी के लिए बता दें कि ये स्टाफ मेंबर्स का एक ग्रुप है जो खामियों को उजागर करने के लिए ग्राहकों के नेटवर्क को हैक करता है. गौर करने वाली बात ये है कि ये एक पॉपुलर साइबर सिक्योरिटी फर्म खुद हैकिंग का निशाना बन गया है, जिससे इस बात की संभावना बढ़ जाती है कि हैकर्स अब दूसरों पर हमला करने के लिए ‘रेड टीम टूल’ का इस्तेमाल करें.