लखनऊ। आज वाणिज्य संकाय की प्रोफेसर मधुरिमा लाल की संग्रहित किताबों का अमूल्य संकलन का लोकार्पण वारिज्य विभाग के अध्यक्ष प्रो राम मिलन की अध्यक्षता में कुलपति प्रो आलोक कुमार राय के कर कमलों द्वारा फ़ीता काटकर किया गया।
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इस अवसर पर कुलपति ने किताबों का निरीक्षण करते हुए कहा, इस अमूल्य ख़ज़ाने का लाभ छात्र अपने ऐकडेमिक उन्नतिके लाभार्जन हेतु करें। उन्होंने प्रो मधुरिमा लाल को इस अमूल्य भेट के लिए प्रशंसा की। प्रो राम मिलन ने कहा कि पुस्तकों का जितना अधिक संकलन पुस्तकालय में होगा उतना ही छात्रो के बहुमुखी विकास और बौद्धिक विकास संभव होगा।
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प्रो लाल ने कहा कि ये पुस्तकें उनके जीवन की एक मात्र अमूल्य धरोहर है जो हम हमेशा से चाहते थे कि किसी आगामी पीढ़ी में योग्य के पास ही जाना चाहिए, जो इसके मूल्य को समझ कर सम्मान से इसका प्रयोग कर सके। मुझे इस बात का गर्व है कि प्रो राम मिलन ने मेरे मान का सम्मान करते हुए इसे स्वीकार किया।
प्रो लाल ने अभी लगभग एक लाख मूल्य की 200 किताबे डोनेट कीं, पर आगे भी जब भी आवश्यकता होगी उनके पुस्तकालय में दान करने में हमे गर्व होगा। इस अवसर पर विभागाध्यक्षा, संकायाध्यक्ष, डीन छात्र कल्याण, डीन सीडीसी, समस्त शिक्षक गण और भारी संख्या में छात्र उपस्थित थे।