मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर बेंगलुरू में ‘बंधक’ बनाए गए 22 विधायकों को मुक्त कराने का अनुरोध किया है। इसके साथ ही कमलनाथ ने विधायकों को समुचित सुरक्षा दिलाने का भरोसा भी दिलाया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने केंद्रीय गृहमंत्री शाह को शनिवार की शाम पत्र लिखा है जिसमें 3 मार्च से अब तक के सियासी घटनाक्रम का ब्यौरा दिया गया है। उन्होंने कहा है कि पहले कांग्रेस के 3, बहुजन समाज पार्टी व निर्दलीय विधायक को गुरुग्राम ले जाया गया था।
कमलनाथ ने कहा कि इन विधायकों को बीजेपी के नेता ले गए थे, उसके बाद 19 विधायकों को 3 चार्टर्ड विमानों से बेंगलुरु ले जाया गया। कमलनाथ ने लिखा है कि विमानों की व्यवस्था बीजेपी द्वारा की गई थी। मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में कहा है कि विधायकों को बेंगलुरु में बंदी बनाया गया है। उन्होंने लिखा है कि एक विधायक के पिता बेटे से मिलने बेंगलुरू गए तो उन्हें अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने लिखा, ‘वहीं दो मंत्री जो उनके साथ थे, उनसे अभद्रता कर पुलिस ने गिरफ्तार किया। इतना ही नहीं, इन विधायकों के इस्तीफे भाजपा नेता के माध्यम से भेजे गए।’
‘विधायकों की सुरक्षा मेरा उत्तरदायित्व’
पत्र में कमलनाथ ने बताया है कि राज्यपाल ने उनसे कहा है कि जो विधायक स्पीकर के समक्ष उपस्थित होंगे, उनकी सुरक्षा का भार CRPF को सौंपा जाना चाहिए। उन्होंने लिखा, ‘राज्य का सीएम होने के नाते आम नागरिक के साथ विधायकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना मेरा उत्तरदायित्व है। 22 विधायकों को बेंगलुरू से रिहा करा दिया जाता है तो राज्य सरकार की ओर से उच्चतम सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।’
‘अपनी शक्तियों का प्रयोग करें’
कमलनाथ ने शाह से अनुरोध किया है कि वह अपनी शक्तियों का प्रयोग करें, ताकि कांग्रेस के 22 विधायक जो ‘बंदी’ बनाए गए हैं, वे सुरक्षित वापस पहुंच सकें और वे विधानसभा के सत्र में बिना भय और लालच के हिस्सा लेकर अपनी जिम्मेदारी निभा सकें।