14 नवंबर को दुनिया डायबिटीज दिवस (World Diabetes Day) मनाया जाएगा। इस दिन इस बीमारी को लेकर कई जागरुकता अभियान चलाए जाएंगे। इस बीमारी को लेकर कई कई मिथक हैं। कई बार डायबिटीज़ के मरीजों को मीठा न खाने की सलाह दी जाती है। बोला जाता है कि मीठे के सेवन से उनका शुगर लेवल बढ़ जाता है। यही वजह है कि वे खुद की मीठे से दूरी बनाए रखते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि डायबिटीज़ वाले लोग खुद को मीठा खाने से तो रोक लेते हैं लेकिन उनका ये मिथक गलत है कि डायबिटीज़ में आदमी को मीठा नहीं खाना चाहिए
वेबसाइट हेल्थ लाइन ने American Diabetes Association (ADA) का हवाला देते हुए छापा है कि खाने में मीठा शामिल करने से डायबिटीज़ पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। हालांकि कुछ मामलों में ये शुगर लिवर बढ़ जाने के लिए कुछ हद तक जिम्मेदार कारक (factor) होने कि सम्भावना है। डायबिटीज़ एक हेल्थ से जुड़ी समस्या है जिसमें आदमी का ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। हालांकि ये बात कही जाती है कि डायबिटीज़ में आदमी को मीठा खाने से बचना चाहिए क्योंकि ये आपकी स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकता है। टाइप 2 डायबिटीज़ जेनेटिक गड़बड़ी व खानपान व लाइफस्टाइल की अनियमितता से सम्बंधित बीमारी है।
डायबिटीज़ के मरीजों को लो कार्ब डायट लेनी चाहिए। जैसे ब्लूबेरी प्रोटीन स्मूदी, अंडे से बने मफिन्स। अगर आप मीठा खाने के शौक़ीन हैं तो कम मात्रा में इसे अपने खानपान में शामिल कर सकते हैं।
डायबिटीज़ के मरीज डेजर्ट में कुकीज़, केक, पेस्ट्री व आइसक्रीम खाने से बचें। अगर आप कुछ मीठा खाना चाहते हैं तो शुगर-फ्री दही, अंजीर बार या फिर ओट्स कुकीज खाने में शामिल करें।