• पर्यटन मंत्री ने विभागीय गुणवत्ता संवर्धन प्रकोष्ठ का किया उद्घाटन
• गुणवत्ता संवर्धन प्रकोष्ठ से कराये जा रहे कार्यों की गुणवत्ता में आयेगा अपेक्षित सुधार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने आज पर्यटन भवन में उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम लि की विभागीय गुणवत्ता संवर्धन प्रकोष्ठ का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि इससे कराये जा रहे कार्यों का समय-समय पर परीक्षण किया जायेगा, जिससे कि गुणवत्ता में अपेक्षित सुधार होगा। विभागीय प्रयोगशाला के माध्यम से परीक्षण कराये जाने में समय व लागत दोनों की बचत होगी।
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उन्होंने कहा कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम लि द्वारा 170 से अधिक परियोजनाएं संचालित करायी जा रही हैं। प्रथम चरण में प्रकोष्ठ द्वारा 10 प्रकार के परीक्षण का कार्य कराया जायेगा। बाद में कुछ अन्य महत्वपूर्ण परीक्षणों के सम्पादन हेतु इसका विस्तार भी किया जायेगा।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि उक्त लैब में राइट्स के तथा एनएबीएल के अनुभवी एवं प्रशिक्षित अभियंताओं की तैनाती की गयी है। पर्यटन विभाग प्रदेश के पर्यटकों के लिए आकर्षक, समृद्ध एवं अवस्थापना सुविधाएं सृजित करने के लिए कटिबद्ध है।
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यूपीएसटीडीएनएल राज्य के सांस्कृतिक, ऐतिहासिक व आध्यात्मिक धरोहरों की वास्तुकला को गुणवत्तापूर्ण तरीके से सम्बंधित करने तथा नये पर्यटक स्थलों के विकास को बढ़ावा देने हेतु कटिबद्ध है। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता, वास्तुकला, सुन्दरता भी सुनिश्चित की जा रही है। यह क्वालिटी प्रमोशन सेल उसी दिशा में एक सार्थक प्रयास है।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि पर्यटन विभाग के अधिकारी रैन्डमली सैम्पल इकट्ठा करेंगे। साइट पर प्रयोग हो रहे सामग्री (सरिया, गिट्टी, बालू, सीमेंट इत्यादि) की गुणवत्ता की जांच इस लैब के माध्यम से की जायेगी। इससे प्रयोग हो रहे सामग्री की गुणवत्ता को सुनिश्चित करेंगे। गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। मानक के अनुसार ही सभी कार्य किये जाएंगे।