सुप्रीम कोर्ट में अब दो से ज्यादा बच्चा पैदा करने वालों के खिलाफ याचिका दायर की गई है। अब तक जनसंख्या पर नियंत्रण के लिए सरकार सख्त नियम नहीं बना सकी। जिससे लोग सरकार की दो बच्चों की नीति को महज मजाक समझकर पालन नहीं कर रहे हैं। जिससे अब वह सावधान हो जाएं।
- जनसंख्या वृद्धि को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट में इस पर एक नहीं बल्कि तीन याचिकाएं दायर की जा चुकी हैं।
- इन याचिकाओं पर अगले हफ्ते सुनवाई हो सकती है।
दो बच्चों की नीति वालों को मिलेगा प्रोसाहन
हाल ही में एडवोकेट अनुज सक्सेना, पृथ्वी राज चौहान और प्रिया शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिकाएं दायर की हैं। इन्होंने अपनी याचिका में मांग की हैं कि सुप्रीम कोर्ट जनसंख्या नियंत्रण के लिए केंद्र को सख्ती बरतने का निर्देश दे। इन याचिकाओं में देश में दो बच्चों की नीति अपनाने पर जोर दिया गया है। उनकी मांग है जो लोग दो बच्चों की नीति को अपनाते हैं उन्हें सरकार की ओर प्रोत्साहन मिले।
- जो लोग इस नीति को नहीं अपनाते हैं उन्हें इसके लिए सजा दी जाए।
बढ़ती जनसंख्या, ग्लोबल वार्मिग और असुविधाओं पर लगेगी रोक
देश में बेरोजगारी, गरीबी, अशिक्षा, खराब स्वास्थ्य, प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग जैसी समस्याओं को रोकने के लिए जनसंख्या नियंत्रण जरूरी है। ये सभी समस्याएं बढ़ती जनसंख्या की वजह से हो रही है।
- भारत दुनिया का सबसे युवा शक्ति वाला देश है।
- लेकिन जनसंख्या ने यहां पर बेरोजगारी को बढावा दिया है।
- 1951 में भारत की आबादी 36.1करोड़ थी।
- वहीं 2011 में यह 1.21 अरब हो गई है।