आज के अपने इस आलेख में मैं जिस विषय को केंद्र बिंदु रखकर चल रही हूं,शायद वह किसी प्रकार की समस्या नहीं है और यदि सोच कर देखा जाए तो आज के सोशल मीडिया के युग में इससे बढ़कर शायद कोई दूसरी समस्या नजर भी नहीं आती है। यूं तो ...
Read More »Tag Archives: पिंकी सिंघल
महंगाई
महंगाई छूटे सारे शौक घटती कमाई मार गई। भूले सारे स्वाद रसोई की रुलाई मार गई।। कुछ न पूछो दोस्तों कि हमको क्या हुआ। हमको तो निगोड़ी महंगाई मार गई।। नित बढ़ते सारे टैक्स की अदाई मार गई। अपना घर भरते नेताओं की बेहयाई मार गई।। हमें ख़ुद समझ न ...
Read More »दोहरे मापदंड क्यों ?
बात सीता मैया की हो या दुनिया की किसी और औरत की, मेरे अनुसार सभी के लिए किसी भी पैमाने को मापने का एक जैसा ही मापदंड होना चाहिए। भगवान श्री राम और माता सीता भी मनुष्य श्रेणी में ही आते थे,उनके अच्छे कर्मों के लिए ही उन्हें ईश्वरीय उपाधि ...
Read More »दिल्ली की पिंकी सिंघल को मिला “प्राइड वूमेन ऑफ इंडिया अवार्ड 2023”
दिल्ली नगर निगम से बेस्ट टीचर निगम पुरस्कार एवं दिल्ली शिक्षा मंत्री से स्टेट लेवल बेस्ट टीचर अवॉर्ड 2022 प्राप्त करने के बाद पिंकी सिंघल (pinki singhal) जो शालीमार बाग दिल्ली के एसी ब्लॉक में स्थित प्राथमिक विद्यालय में अध्यापिका के पद पर कार्यरत हैं, को आईटीओ, नई दिल्ली के ...
Read More »ओए पापा, बड्डी, यार मान जाओ ना
जैसा कि शीर्षक को पढ़ने से ही समझ आ रहा है कि यह वाक्य या वाक्यांश किसी बच्चे द्वारा अपने पिता के लिए बोला गया है, जिसमें बच्चा अपनी किसी बात को मनवाने के लिए अपने पिता से आग्रह कर रहा है। इस तरह के अनेक वाक्य हम सभी के ...
Read More »मौलाना अबुल कलाम आजाद जयंती : साक्षरता दर बढ़ाएं हम
यह देखकर अत्यंत हर्ष की अनुभूति होती है कि जिस प्रकार समस्त विश्व में अनेक प्रकार के दिवस मनाए जाने का प्रचलन है ,उसी प्रकार शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषय को भी राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी ही तन्मयता के साथ मनाया जाता है। सच कहूं तो हर्ष से अधिक मुझे गर्व ...
Read More »7 नवंबर: राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस
ख़ुद जागें औरों को जगाएं, देर न अब पल भर की लगाएं। फैलाकर जागरूकता गली गली हम, विश्व को आओ कैंसर मुक्त बनाएं।। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और संघर्षपूर्ण जीवन में शायद ही कोई मनुष्य ऐसा होगा जिसे किसी बात का तनाव ना हो। यह बात हर एक के ...
Read More »आओ इस दिवाली दिल में स्नेह के दीप जलाएं
दीपावली दीपों का त्योहार है और यही दीप हमारे तन मन में एक नई उम्मीद और आशा का संचार करते हैं। जलते हुए दीपक हमारे मन में यह विश्वास उत्पन्न करते हैं कि उम्मीद कभी हारा नहीं करती और अंधकार के बाद प्रकाश अवश्य आता है अर्थात जीवन में हार ...
Read More »बच्चों को सुविधाएं दें,लेकिन संस्कारों के साथ
किसी भी देश के बच्चे उस देश के भविष्य के निर्माता अर्थात राष्ट्र निर्माता कहलाते हैं। इस बात में कोई संदेह नहीं कि जिस देश की जनसंख्या का एक बड़ा भाग युवा वर्ग होता है उस देश की प्रगति दर उन देशों की अपेक्षा तीव्र होती है जिन देशों की ...
Read More »भ्रष्टाचार और भारत का भविष्य
आचरण यदि नापाक़ हो, अशुद्ध और अस्वीकार्य हो ,तो वह भ्रष्टाचार की श्रेणी में आने लगता है। भ्रष्टाचार ,जैसा कि शब्द से ही इसका अर्थ समझ आ रहा है ,अर्थात जब हमारे व्यवहार में सच्चाई न रहे और हम झूठ ,पाखंड और दंभ का सहारा लेकर जीवन में कुछ हासिल ...
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