शिक्षा की महत्ता और विश्व में उसकी उपयोगिता विषय पर बात करते हुए समाज सेवी एवं संत विवेकानंद पब्लिक स्कूल के प्रबंधक अजय अग्निहोत्री ने बताया कि शिक्षा ऐसा धन है जिसे जितना खर्च करो वो उतना ही और अधिक बढ़ता है।
उन्होंने कहा, शिक्षा हमें अपना जीवन निर्माण करने के साथ ही चरित्र गठन में सहयोग प्रदान करती है। जो लोग विचारों का सामंजस्य स्थापित कर सकें, वास्तव में वही शिक्षा गुरु कहलाते हैं। शिक्षा का उद्देश्य मनुष्य निर्माण के साथ ही उसे सभी प्रकार का प्रशिक्षण देकर मनुष्य का विकास करना है।
इस प्रक्रिया से मनुष्य अपनी इच्छाशक्ति पर अंकुश लगाकर एवं संयमित होकर हर बाधाओं को पर करते हुए समाज में खुद को स्थापित करता है, उसी का नाम शिक्षा है।
रिपोर्ट-अनुपमा सेंगर