पिछले साल दिसम्बर में उन्नाव में दर्ज गैंगरेप के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. पुलिस ने कहा है कि पीड़ित महिला ने अपने पिता और भाई पर झूठा आरोप लगाया था. जांच में खुलासा हुआ है कि शादी के 17 दिन बाद मां बनी महिला ने अपने गुनाहों को छिपाने के लिए पिता और भाई पर रेप और देह व्यापार में धकेलने का झूठा आरोप लगाया था.
इतना ही नहीं, DNA टेस्ट में यह बात भी पता चली है कि बच्चा उसके प्रेमी का है. महिला ने यह बात कबूली है कि प्रेमी के कहने पर ही आरोपी ने अपनों को झुठे मुक़दमे में फंसाया था.
दरअसल, पूरा मामला 29 दिसंबर 2019 का है जब लखनऊ के बंथरा निवासी एक महिला ने तत्कालीन एसपी विक्रांतवीर के समक्ष पिता और सगे चचेरे भाई पर तीन वर्षों से रेप करने का आरोप लगाया था. देह व्यापर करवाने का भी आरोप लगाया गया था. इसके बाद 7 माह के गर्भ ठहरने की जानकारी पर आनन-फानन में 19 अप्रैल 2019 को उसकी शादी उन्नाव के सदर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में करा दी गई थी.
शादी के 17 दिन बाद 6 मई को प्रसव पीड़ा शुरू हुआ तो महिला को ससुरालियों को सच बताना पड़ा. इसके बाद आरोप लगाने वाली महिला को एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया, जहां उसने बेटे को जन्म दिया.
पीड़िता की शिकायत पर एसपी ने पिता समेत 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाया था. मंगलवार को मामले का खुलासा करते हुए महिला थाने के एसओ इन्द्रपाल सिंह सेंगर ने बताया कि शादी से दो साल पहले से ही महिला के लखनऊ के बंथरा निवासी दिलीप नाम के युवक से अवैध संबंध थे. इस बीच जब वह प्रेग्नेंट हो गई और जानकारी परिजनों को लगी तो उसकी शादी कर दी गई.
बेटे को जन्म देने के बाद अपने गुनाह को छिपाने के लिए महिला ने प्रेमी के कहने पर पिता समेत अन्य लोगों को झूठे मुक़दमे में फंसाया. डीएनए जांच में भी यह बात पता चली है कि दिलीप ही बच्चे का पिता है. आरोपी महिला व उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.