उद्योगीकरण के लिए अनेक स्तर पर व्यवस्था अपेक्षित रहती है. इसमें कनेक्टिविटी और जमीन की उपलब्धता भी महत्त्वपूर्ण होती है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर फोकस किया. इसका परिणाम है कि यूपी सर्वाधिक एक्सप्रेस वे वाला प्रदेश बन गया है।
इसके साथ ही सड़कों के निर्माण और इनके किनारे पर औद्योगिक गलियारा बनाने का भी अभूतपूर्व कार्य हुआ है। इन उपलब्धियों की राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा चल रही थी।
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कुछ समय पहले केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इस चर्चा को विकसित देशों के संदर्भ में स्थान दिया है। उनका दावा था कि इस गति से कार्य जारी रहा तो यूपी विकसित राज्य बन जायेगा। पिछले कुछ वर्षों में यहां तीन लाख करोड़ रुपये की सड़कें बनी है।
डबल इंजन की सरकार आगामी पांच साल में पांच लाख करोड़ रुपये का काम उत्तर प्रदेश में करेगी। कुल मिलाकर जब आठ लाख करोड़ का काम होगा तब उत्तर प्रदेश के सड़कों का इंफ्रास्ट्रक्चर अमेरिका के बराबर होगा।
विकास के लिए अच्छी सड़कों का होना अपरिहार्य है। यह अर्थव्यवस्था, समाज, बाजार, अस्पताल, कृषि आदि को सक्रिय रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट में भी विकसित उत्तर प्रदेश का मंसूबा दिखाई दिया. यहां भी नितिन गडकरी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश का कायाकल्प हो चुका है।
गडकरी और नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ‘दी इमर्जिंग ऑपर्च्युनिटीज’ विषय पर विशेष सत्र को सम्बोधित किया। बताया गया कि रोड कनेक्टिविटी और सिविल एविएशन क्षेत्र में यूपी ने ऊंची छलांग लगाई है। जिस प्रदेश में कभी मात्र दो एयरपोर्ट हुआ करते थे, वहां आज वह नौ हवाईअड्डे क्रियाशील हैं। दस नए एयरपोर्ट बन रहे हैं।
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दो एयरपोर्ट के लिए जमीन की व्यवस्था की जा रही है. ऐसे प्रयासों से उत्तर प्रदेश इक्कीस एयरपोर्ट हो जाएंगे. सिविल एविएशन के सेक्टर में निवेश के लिए सर्वाधिक आकर्षक प्रदेश बन जाएगा।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब यूपी गुड गवर्नेंस का सबसे बड़ा मिसाल है। रिफॉर्म,परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म की नीति से यूपी आज इज ऑफ डूइंग के मामले में देश का अग्रणी राज्य बनकर उभरा है। यूपी देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर भी अग्रसर है। यूपी भारत के ग्रोथ को गति देने के लिए तैयार है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की सफलता के पीछे प्रदेश की विश्वस्तरीय कनेक्टिविटी है। विगत साढ़े पांच वर्षों में प्रदेश में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेण्ट के क्षेत्र में अनेक कार्य किए गए हैं।
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प्रदेश को देश के पहले राष्ट्रीय जलमार्ग का लाभ प्राप्त हो रहा है।इलेक्ट्रिक वेहिकल एवं ग्रीन एनर्जी की दिशा में कार्य करने होंगे। ग्रीन हाइड्रोजन एनर्जी में भविष्य की अनेक सम्भावनाएं छुपी हुई हैं। मांग की वृद्धि एवं तकनीक के समावेश से इलेक्ट्रिक वेहिकल की लागत को कम किया जा सकता है। नितिन गडकरी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में पहली बार इण्डस्ट्रियल ग्रोथ और एग्रीकल्चर ग्रोथ का विचार करके राज्य में अधिक मात्रा में इन्वेस्टमेंट लाने का कार्य योगी आदित्यनाथ जी ने किया है।
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यह विजन उत्तर प्रदेश की तस्वीर को बदल देगा। उन्होंने यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के अवसर पर आयोजित ‘ई-मोबिलिटी, वेहिकल्स एण्ड फ्यूचर मोबिलिटी विषयक सत्र सम्बोधित किया. पारदर्शिता, समयबद्ध निर्णय लेने की प्रक्रिया, टीमवर्क, कार्यों का विकेन्द्रीकरण और सकारात्मकता के साथ प्रदेश सरकार सभी के लिए कार्य कर रही है। आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने का सामर्थ्य सबसे अधिक उत्तर प्रदेश में है।
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अगले पांच वर्षों में ऑटोमोबाइल इण्डस्ट्री की क्षमता साढ़े सात लाख करोड़ रुपये से बढ़कर पन्द्रह करोड़ रुपये होने जा रही है। एथिक्स, इकोनॉमी, ईकोलॉजी एण्ड एन्वायरमेण्ट समाज के तीन महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं। उत्तर प्रदेश गन्ना उत्पादन में अग्रणी राज्य है। एथेनॉल उत्पादन में उत्तर प्रदेश तेजी से कार्य कर रहा है। केन्द्र सरकार देश में एथेनॉल पम्प शुरू कर रही है।
रिपोर्ट-डॉ दिलीप अग्निहोत्री