अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हांगकांग में लोकतंत्र की मांग के लिए पिछले कई महीनों से चल रहे प्रदर्शनों का समर्थन करने से संबंधित एक विधेयक पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। इस विधेयक के तहत हांगकांग में लोकतंत्र समर्थकों के मानवाधिकारों का हनन करने वाले अधिकारियों पर पाबंदियां लगाने का प्रस्ताव है। ट्रंप द्वारा यह बड़ा कदम उठाने के बाद तिलमिलाए चीन ने बेहदही कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। चीन ने कहा है कि वह भी अमेरिका के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करेगा।
चीन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि, ‘इसकी प्रकृति अत्यंत घृणित है, और इसके इरादे बेहद भयावह। हालांकि बयान में यह नहीं कहा गया है कि बीजिंग किस प्रकार के कदम उठा सकता है। आपको बता दें कि अमेरिकी संसद के दोनों सदनों प्रतिनिधिसभा और सीनेट से यह विधेयक पारित हो चुका है। प्रतिनिधिसभा में इस विधेयक के समर्थन में 417 वोट पड़े और विरोध में सिर्फ एक। सीनेट में यह विधेयक सर्वसम्मति से पारित हुआ था।
हांगकांग मानवाधिकार एवं लोकतंत्र अधिनियम 2019 संयुक्त राज्य-हांगकांग नीति अधिनियम 1992 का संशोधन है। ट्रंप ने कहा, मैं चीन के राष्ट्रपति शी और हांगकांग की जनता का सम्मान करता हूं और मैं इस विधेयक पर हस्ताक्षर कर रहा हूं। जबकि इस सप्ताह के शरूआत में ट्रंप ने संकेत दिए थे कि वह इस विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे। ट्रंप द्वारा विधेयक पर हस्ताक्षर करने के बाद माना जा रहा है कि दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी बढ़ सकती है।