नागरिकता कानून में बदलाव के खिलाफ जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में हुई हिंसा के मामले पर सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश एसए बोबडे ने बड़ी टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि क्योंकि वे स्टूडेंट्स हैं, इसका मतलब ये नहीं कि वे कानून-व्यवस्था अपने हाथ में ले लेंगे। हिंसा रूक जाएगी, तभी हम इस मामले को सुनेंगे। बता दें कि जामिया और अलीगढ़ हिंसा मामले पर सीनियर वकील इंदिरा जयसिंह ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
सुप्रीम कोर्ट इंदिरा जयसिंह की अर्जी पर सुनवाई को तैयार हो गया है और इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट कल सुनवाई करेगा। दरअसल, सीनियर वकील इंदिरा जयसिंह ने प्रधान न्यायाधीश बोबडे की बेंच को मामले का स्वत: संज्ञान लेने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि यह मानव अधिकार हनन का गंभीर मामला है। सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर कल सुनवाई करेगा। गौरतलब है कि जामिया में हिंसा के बाद यूनिवर्सिटी को पांच जनवरी तक के लिए बंद कर दिया गया है।