चाचौड़ा। क्षेत्र से गुजरने वाला आगरा मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 3 अब एनएच 46 में परिवर्तित हो गया है तथा इस मार्ग को आगरा से सीधे बैतूल तक जोड़ा गया है और फोरलेन कर दिया गया है। क्षेत्र में फोरलेन का काम लगभग लगभग पूर्ण हो चुका है साथ ही जगह-जगह टोल प्लाजा बनाकर Toll Tax टोल टैक्स वसूलना शुरू कर दिया गया है। चाचौड़ा क्षेत्र में जोगीपुरा पर टोल प्लाजा बनाया गया है और यही टोल प्लाजा क्षेत्रवासियों के लिए मुसीबत बन कर खड़ा हो गया है। आमतौर पर देखा जाता है कि टोल प्लाजा जिस क्षेत्र में स्थित है उसे तहसील व जिले के वाहनों पर टोल नहीं वसूला जाता क्योंकि दैनिक कार्यकलाप से स्थानीय लोगों को अपने तहसील अथवा जिले में अपने वाहनों से जाना होता है चुकी कई बार कुछ किलोमीटर की यात्रा के दौरान ही बीच में टोल बूथ पड़ता है ।
स्थानीय लोगों से भी वसूलते है Toll Tax
स्थानीय नंबर देखकर उनसे टोल नहीं लिया जाता परंतु जोगीपुरा पर स्थित टोल टैक्स पर ऐसा नहीं है यह गुजरने वाला हर वाहन टोल टैक्स अदा करता है चाहे वह वाहन गुना जिला अथवा चाचौड़ा तहसील का ही क्यों नहीं हो। इस व्यवस्था से लोग खासे परेशान हैं और स्थानीय वाहनों पर टोल टैक्स फ्री करने की मांग की जा रही है। ऐसी ही परेशानी लोगों को गुना जाते समय रुठियाई टोल टैक्स पर भी झेलनी पड़ रही है।
क्षेत्र से गुजरने वाला फोरलेन खटकीय से लेकर घोड़ा पछाड़ नदी तक कई गांव से होकर गुजरता है और दैनिक कार्यकलाप से स्थानीय वाहन तहसील के अंदर अपने वाहनों से सफर करते हैं। परंतु बीनागंज क्षेत्र के लोगों को टोल टैक्स से कई सुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
बीनागंज से ब्यावरा जाने पर बीच में टोल प्लाजा पड़ता है और स्थानीय वाहन होने के बाद भी लोगों को टोल टैक्स देना पड़ता है। और तो और कोटरा से पाखरियापूरा तक का कुछ किलोमीटर का सफर करने पर भी वाहन मालिकों को टोल टैक्स अदा करना पड़ रहा है। कोटरा से घोडापछाड की कुछ किलोमीटर की दूरी भी स्थानीय वाहन चालकों को रुपए 55 चुका कर तय करना पड़ रही है।
टोल टैक्स वसूलने के लिए
दरअसल टोल प्लाजा मैनेजमेंट सिर्फ टोल टैक्स वसूलने के लिए नहीं संचालित किया जा रहा है बल्कि हर टोल टैक्स प्लाजा को कई किलोमीटर का क्षेत्र मेंटेनेंस के लिए दिया जाता है। जोगीपुरा टोल प्लाजा के अंतर्गत करीब 100 किलोमीटर फोरलेन का रखरखाव शामिल है परंतु टोल प्लाजा प्रबंधन जितनी चुस्ती टोल टैक्स वसूलने में दिखाता है उतनी फुर्ती फोरलेन के मेंटेनेंस में नहीं दिखाता।
पेंची से लेकर खटकीय तक जगह-जगह स्ट्रीट लाइट बंद है रेलिंग टूटी पड़ी है साफ सफाई नदारद है सड़कों पर पालतू जानवर घूमते दिख रहे हैं और फोरलेन पर कई जगह सर्विस लाइन बनाई गई है परंतु सर्विस लाइन पर भी गंदगी और कचरा फैला हुआ है इस सब का जिम्मेदार टोल प्लाजा प्रबंधन है परंतु टोल प्लाजा प्रबंधन का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है।