गोकुलधाम सोसायटी में नवरात्र शुरू हो चुके हैं। ऐसा कहा जाता है कि नवरात्रि में अगर आप दिल से प्रार्थना करते हैं, तो मां दुर्गा उस इच्छा को पूरा करती हैं। दया बेन लंबे समय से अहमदाबाद में रह रही हैं।
जेठालाल उसे वापस लाने के लिए बेताब है। इसलिए, वह गोकुलधाम सोसाइटी में नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा की पहली पूजा करने का फैसला करता है और देवी मां से दया को वापस लाने के लिए प्रार्थना करना चाहता है। बबीता जी जेठालाल को भिड़े से इस बारे में बात करने का सुझाव देती।
सोसायटी के सभी सदस्य सहमत भी जेठालाल को मिल चुकी हैं और भिड़े जो जेठालाल के अनुरोध को लेकर बहुत संशय में था अंत में वह मान जाता है। लेकिन उसके दिल में भिड़े को यकीन है कि ‘जेठालाल का मतलब परेशानी है और वह समय पर नहीं आएगा।’
क्या जेठालाल पूजा कर पाएगा और भिड़े को गलत साबित कर पाएगा? या एक बार फिर उसकी किस्मत खेलेगी? अधिक जानने के लिए तारक मेहता का उल्टा चश्मा देखते रहें।