दुनियाभर में आर्थिक मंदी की आहट के बीच चीन को अमेरिका से व्यापार युद्ध यानी ‘ट्रेड वार’ भारी पड़ता दिख रहा है। चीन का विकास दर 27 साल के अपने सबसे नीचले स्तर पर पहुंच गया है। चीनी राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (NBS) के ताजा आंकड़े के मुताबिक दूसरी तिमाही में देश की जीडीपी विकस दर 6.2 फीसदी रही। यह 27 साल में सबसे कम है। 1992 की जनवरी-मार्च तिमाही में इससे कम विकास दर दर्ज की गई थी। हालांकि, जीडीपी के यह आंकड़े पूरे साल के लिए सरकार के छह से 6.5 फीसदी के लक्ष्य के अनुरूप है।
NBS के मुताबिक पहली छमाही में चीन का सकल घरेलू उत्पाद सालाना आधार पर 6.3 फीसदी बढ़कर 45,090 अरब युआन (करीब 6,560 अरब डॉलर) की हो गयी। वहीं, दूसरी तिमाही में देश की जीडीपी वृद्धि की रफ्तार 6.2 प्रतिशत रही। हालांकि, जीडीपी के ये आंकड़े पूरे साल के लिए सरकार के 6.0-6.5 प्रतिशत के लक्ष्य के अनुरूप हैं। NBS के प्रवक्ता माओ शेंगयोंग का कहना है कि घरेलू एवं विदेशी मोर्चे पर अर्थव्यवस्था की स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है। वैश्विक अर्थव्यवस्था में नरमी आ रही है और बाह्य अस्थिरता एवं अनिश्चितताएं बढ़ रही हैं।
जानकारों के मुताबिक अमेरिका और चीन के बीच चल रहे व्यापार युद्ध और वैश्विक स्तर पर मांग की कमी का असर चीन पर भी बड़े पैमाने पर पड़ा है। अर्थव्यवस्था की सुस्त रफ्तार के कारण भी चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग अमेरिका के खिलाफ लड़ने में मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि अगर अमेरिका का चीन से ऐसे ही व्यापार युद्ध चलता रहा, तो आने वाले समय में इसके भयंकर परिणाम देखने को मिल सकते हैं। फिलहाल इसके सुलझने के भी किसी तरह की कोई आशा की किरण भी देखने को नहीं मिल रही है।