देश पर हुए पहले ड्रोन आतंकी हमले के बाद भारत हर मोर्चे पर सक्रिय हो गया है। एक तरफ, संयुक्त राष्ट्र की उच्चस्तरीय कॉन्फ्रेंस में ड्रोन्स के दुरुपयोग का मसला उठा है।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र में आतंकवादी प्रोपेगेंडा और कट्टरपंथ के लिए सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के दुरुपयोग पर चिंता व्यक्त की साथ ही आतंकवादी उद्देश्यों के लिए हथियारबंद ड्रोन के इस्तेमाल पर संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों का ध्यान आकर्षित किया और झूठी खबरें फैलाने के लिए पाकिस्तान को फटकारा ।
आतंकवाद रोधी एजेंसियों के प्रमुखों के संयुक्त राष्ट्र उच्च स्तरीय सम्मेलन में गृह मंत्रालय (एमएचए) के विशेष सचिव (आंतरिक सुरक्षा) वी.एस.के. कौमुदी ने कहा कि आतंकवादी समूहों द्वारा कम लागत वाला विकल्प होने और आसानी से उपलब्ध होने के कारण ड्रोन का इस्तेमाल खुफिया संग्रह, हथियार/विस्फोटक की डिलीवरी और लक्षित हमलों जैसे भयावह उद्देश्यों के लिए किया जा रहा है।
भारत ने साफ कहा कि हथियारबंद ड्रोन्स का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए हो रहा है, इसपर दुनिया को गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। दूसरी तरफ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है। बुधवार को होने वाली इस बैठक में जम्मू ड्रोन आतंकी हमले पर चर्चा की पूरी संभावना है।