देश में कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर की आशंका जताई गई और कहा गया कि नई लहर में बच्चों के ज्यादा प्रभावित होने की आशंका है। एक्सपर्ट्स कह रहे हैं कि पहली लहर में कोरोना वायरस ने बुजुर्गों पर अटैक किया जबकि दूसरी लहर में युवकों पर खतरा बढ़ा। ऐसे में तीसरी लहर में कोरोना बच्चों को अपना शिकार बनाएगा।
एक्सपर्ट्स ने चेतावनी देते हुए साफ कर दिया है कि देश में अक्टूबर महीने तक कोरोना की तीसरी लहर दस्तक दे देगी. वहीं, दूसरी लहर के मुकाबले इससे बेहतर तरीके से जूझा जा सकेगा. वहीं, एक्सर्ट्स के मुताबिक, तीसरी लहर के चलते पब्लिक हेल्थ पर एक साल और खतरा मंडरायेगा.
विश्वभर के विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों. वायरोलॉजिस्ट समेत महामारी वैजानिक के 3 जून से 17 जून के बीच किए स्पेन सर्वे के मुताबिक आने वाली इस लहर और नए प्रकोप पर नियंत्रण करने में वैक्सीनेशन अभियान एक अहम भूमिका निभाएगा.
जहां तक जनसंख्या के लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की है तो वहां की सरकार ने हर टीकाकरण केंद्र पर अभिभावक बूथ बनाने का फैसला किया है। प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने 12 साल तक के बच्चे के पैरंट्स को कोरोना वैक्सीन लगाने में प्राथमिकता देने जा रही है ताकि बच्चों में कोरोना संक्रमण की आशंका टाली जा सके।