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कौन हैं रिमझिम सिन्हा? जिनकी पहल पर सड़कों पर उतरीं हजारों महिलाएं; न्याय की लगाई गुहार

कोलकाता:  पश्चिम बंगाल में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्रशिक्षु महिला डॉक्टर की हत्या के विरोध में हजारों महिलाएं बुधवार की रात को सड़क पर उतर आईं। रिक्लेम द नाइट अभियान सोशल मीडिया के जरिए कोलकाता के कई इलाकों में फैल गया। हालांकि, इस विरोध प्रदर्शन के बीच ही आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हिंसा हो गई। कुछ अज्ञात प्रदर्शनकारियों ने इमरजेंसी वॉर्ड में घुसकर तोड़फोड़ किया।

हावड़ा के मंदिरतला जिले में भी हिंसा की घटनाएं सामने आईं। प्रदर्शनकारी स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ताओं से भिड़ गए। ‘रिक्लेम द नाइट’ अभियान की पहल करने वाली रिमझिम सिन्हा ने इस अभियान को महिलाओं के लिए एक नया स्वतंत्रता संग्राम बताया।

कौन हैं रिमझिम सिन्हा?
रिमझिम सिन्हा एक सामाजिक विज्ञान शोधकर्ता है। उन्होंने प्रेसिडेंसी कॉलेज से 2020 में समाजशास्त्र में ग्रेजुएशन किया। वह महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की खबर से स्तब्ध थी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुम में रिमझिम ने प्रदर्शन को लेकर अपने विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि वह कॉलेज के प्रिंसिपल संदीप घोष के बयान से उत्तेजित थी। प्रिंसिपल ने सवाल किया कि जूनियर अकेले में सेमिनार हॉल में क्यों गए? उनके इस तरह के बयान ने पीड़िता पर ही आरोप लगा दिए।

रिमझिम ने कहा, “इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मैंने फैसला किया कि मैं 14 अगस्त को बाहर प्रदर्शन करूंगी और कोई भी हमें यह निर्देश नहीं दे सकता कि कौन बाहर हो सकता है और क्यों।” रिमझिम ने बताया कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनका यह अभियान वायरल हो जाएगा और हजारों की संख्या में लोग इसमें शामिल होंगे।

क्या है मामला?
आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ दरिंदगी की घटना गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात की है। मृतक मेडिकल कॉलेज में चेस्ट मेडिसिन विभाग की स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की छात्रा और प्रशिक्षु डॉक्टर थीं। गुरुवार को अपनी ड्यूटी पूरी करने के बाद रात के 12 बजे उसने अपने दोस्तों के साथ डिनर किया। इसके बाद से महिला डॉक्टर का कोई पता नहीं चला। शुक्रवार सुबह उस वक्त मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया जब चौथी मंजिल के सेमिनार हॉल से अर्ध नग्न अवस्था में डॉक्टर का शव बरामद हुआ।

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