बादल आंखों में घिरे हैं बादल सावन जैसे बरसे हैं। हरियाली उनके हिस्से में हम तो केवल तरसे है।। एक तरफ दलदल है कितना एक तरफ चट्टाने है। किसको मन की व्यथा बताएं ये सब तो बेगाने है।। मनमानी बह रही हवाएं कदम बढ़ाने पड़ते है हम तो केवल तरसे ...
Read More »साहित्य/वीडियो
कान्हा तुम तो भूल गए
कान्हा तुम तो भूल गए कान्हा तुम तो भूल गए, देते नहीं हो ध्यान। सूना वृंदावन हुआ, नहीं वंशी की तान।। गऊएं हुई उदास है, गोपी सब बेहाल। सखा पुकारें रात दिन, अब तो आओ पास।। माखन मिश्री साथ में, नहीं रहा वह स्वाद। हांथ धरो एक बार तुम, हो ...
Read More »रक्षा बंधन: खुशियों वाला पर्व निराला
रक्षा बंधन: खुशियों वाला पर्व निराला रक्षा बंधन का पर्व निराला मस्ती मौज और खुशियों वाला भाई बहन के अमिट प्रेम को होता ये दर्शाने वाला कर्मवती ने भेजकर राखी हुमायूं को मजबूर किया भूल अंतर फिर जात पात का राजा ने दूर गुरूर किया द्रुपद कन्या ने बांधकर धागा ...
Read More »सुखी जीवन का मूल मंत्र : एक चुप सौ सुख
कहते हैं कि दुनिया में सबसे मुश्किल काम होता है चुप रहना। जी हां ,यह बात पढ़कर आपको हंसी तो जरूर आई होगी क्योंकि यह पंक्ति लिखते हुए मुझे भी हंसी आई थी ।परंतु यह बात सौ फ़ीसदी सत्य है यह आप भी जानते हैं और हम सभी जानते हैं, ...
Read More »मैं तुम्हें पढ़ नहीं पाती
मैं तुम्हें पढ़ नहीं पाती तुम एक खुली किताब से रहते हो, फिर भी मैं तुम्हें पढ़ नहीं पाती! कोशिश करती हूँ शब्दों में ढालने की, पर रचनाओं में तुम्हें गढ़ नहीं पाती!! तुम जितना पूछते हो, मैं उतना ही बताती हूँ। चाहकर भी तुमसे, कुछ और कह नहीं पाती ...
Read More »परिवार नियोजन : देश और परिवार दोनों के लिए बहुत जरूरी
देश को अगर हर लिहाज़ में बेहतर बनाना है तो बढ़ती आबादी पर रोक लगानी होगी। सरकार ने परिवार नियोजन का जो स्लोगन रखा है छोटा परिवार सुखी परिवार वो बिलकुल सार्थक है। आज अधिक जनसंख्या कि दृष्टि से देखें तो भारत दूसरे स्थान पर है, ऐसे में हर कपल ...
Read More »जीवन की सार्थकता
अपने ग़म को हंसकर भुला देने का हुनर स्वयं हमारे पास ही होता है…ज़रूरत है तो बस आशावादी होकर नकारात्मकता को जड़ से मिटा डालने की। यकीन मानिए, आपकी, अपनी इच्छा शक्ति और दृढ़ निश्चय ही एक ऐसा रामबाण है जो कभी आपको हारने और टूटने नहीं देता। परिस्थितियों पर ...
Read More »करे कोई भरे कोई
बात पिछले साल 2020 फरवरी माह की है उस वक्त मेरे पास कक्षा 5 थी। अगले ही महीने मार्च 2020 में वार्षिक परीक्षाएं आयोजित होनी थी परंतु कोरोना महामारी के चलते वार्षिक परीक्षाओं से पहले ही सभी विद्यालय सरकार द्वारा बंद कर दिए गए और संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा कर ...
Read More »गरीब हैं बेपरवाह नहीं
गरीब हैं बेपरवाह नहीं मेहनतकश हैं गुनाह नहीं। गरीब हैं लापरवाह नहीं।। भविष्य निधि में! अपने ही परिधि में !! जीवन यापन करते हैं, बंदिश कोई कारागाह नहीं। अर्थ मिला नया जीवन का ! टूटा गांठ रिश्तो के बंधन का !! भरोसा अपने किस्मत पर, ढूंढता फिरता पनाह नहीं। बांध ...
Read More »पतंग की उड़ान
पतंग की उड़ान पतंग भरती जैसे उड़ान, बढ़ेगा वैसे मेरा मान। सफलता मेरे पंख होंगे, खुला होगा मेरा आसमां।। इरादे मेरे बुलंद होंगे, लेता आज मैं ये सौगंध। डगर भले हो मेरा दूभर, कदमों में ना होगा पाबंद।। देख ऊंची पतंग उड़ान, सपने भरते मेरे उफान। मंजिल नाप लूंगा पग में, ...
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